तेज हवाओं और बारिश से किसान परेशान

By Edited By: Publish:Sun, 20 Apr 2014 01:13 AM (IST) Updated:Sun, 20 Apr 2014 01:13 AM (IST)
तेज हवाओं और बारिश से किसान परेशान

उरई, जागरण संवाददाता : ऐन मौके पर गेहूं की फसल मौसम की वजह से बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है। शनिवार को सुबह से ही बदली छा गई। ग्यारह बजे के बाद तेज हवाओं के बीच हुई बारिश ने शहरी क्षेत्र के लोगों के लिए तो मौसम खुशगवार कर दिया, लेकिन किसानों की धुकधुकी बढ़ गई। गेहूं की थ्रेसिंग और कटाई का काम पूरी तरह से थम गया है। लाचार किसान अपनी किश्मत को पीट रहे हैं। राहत में केवल वे किसान हैं, जिनकी फसल की उपज घर आ गई है।

शनिवार को बदली की वजह से सुबह से मौसम ठंडा हो गया था। शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को तापमान 4 डिग्री नीचे आ गया था। जिनको खेतीबारी से सरोकार नहीं है उनके लिए मौसम खुशनुमा था लेकिन किसानों के लिए मौसम का ये बदलाव आफत के समान था। जिले में इस बार डेढ़ लाख हैक्टेयर से ज्यादा खेती में गेहूं की उपज की गई है। माधौगढ़, कोंच, कालपी, डकोर, कदौरा, महेबा, नदीगांव सभी ब्लाकों में गेहूं की फसल पकने के बाद कटाई का दौर शुरू हो गया, लेकिन मौसम के बदलाव ने सब पर ब्रेक लगा दिया है। गेहूं की बालियां भीग जाने की वजह से उनकी थ्रेसिंग और हार्वेस्टिंग नहीं को सकती है। किसान रमेश सिंह और मंगल सिंह का कहना है कि थ्रेसिंग के लिए कटकर रखी फसल में तो तब भी गनीमत है। नुकसान कटने के लिए तैयार खड़ी फसल में ज्यादा दिख रहा है। बूंदाबादी के बाद जैसे ही धूप निकलेगी गेहूं की बाली अपने आप फूटने लगेगी और अनाज जमीन में बिखर जाएगा उसे समेट पाना सबसे कठिन काम होगा। भगवान से किसान प्रार्थना कर रहे है कि मौसम साफ हो जाए। रबी की उपज घर नहीं पहुंच पायी तो किसान पूरी तरह से तबाह हो जाएंगे। उधर, बारिश की वजह से शहर में कई जगहों पर होर्डिग्स टूट कर गई। तेज उमड़ते-घुमड़ते बादलों को देखकर किसान परेशान रहे। बारिश होने के कारण खेत में खड़ी गेहूं की फसल को नुकसान होने से परेशान किसानों के चेहरे मुरझाए रहे। पानी बरसने के कारण गेहूं की फसल गीली हो गई है। जिसके कारण उसकी कटाई बंद हो गई है। े

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