कागजों में दिखा काम, प्रधान को नोटिस

सासनी के गांव रहना में महिला प्रधान पर सात लाख की हेराफेरी का आरोप भ्रष्ट तंत्र स्कूल के शौचालय में मरम्मत कार्य दिखाया मौके पर शौचालय ही नहीं गांव में स्ट्रीट लाइट पर पैसा खर्च किया मगर स्ट्रीट लाइट नहीं मिलीं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Aug 2020 05:44 AM (IST) Updated:Thu, 20 Aug 2020 06:09 AM (IST)
कागजों में दिखा काम, प्रधान को नोटिस
कागजों में दिखा काम, प्रधान को नोटिस

जागरण संवाददाता, हाथरस : जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह को सासनी ब्लाक के गांव रहना में विकास कार्यों के नाम पर बड़ा गड़बड़झाला मिला है। विकास कार्य के नाम पर सात लाख रुपये हजम कर लिए जाने पर प्रधान को नोटिस दिया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर विभागीय स्तर से कार्रवाई की जाएगी।

जिला पंचायत अधिकारी बनवारी सिंह ने बताया कि गांव रहना में विकास कार्यों के नाम पर बड़ी गड़बड़ी की शिकायतें मिली थीं। जिले की ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यों की जांच के लिए नामित जांच कमेटियों ने जांच रिपोर्ट डीपीआरओ कार्यालय में उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इस जांच रिपोर्ट में ग्राम पंचायतों में कई घोटाले सामने आ रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर ग्राम प्रधान व पंचायत सचिवों से वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मौके पर जाकर निरीक्षण करने पर हकीकत सामने आ रही। इसी छानबीन में पता चला कि गांव रहना की महिला प्रधान ने स्कूल के शौचालय में मरम्मत का कार्य दिखाया था। मौके पर स्कूल में शौचालय ही नहीं है। गांव में स्ट्रीट लाइट पर पैसा खर्च होना बताया गया, मगर गांव में स्ट्रीट लाइट नहीं मिलीं। गांव में कूड़ा डालने के लिए 60 डस्टबिन होना बताया गया मगर 20 डस्टबिन ही मौके पर मिले। इसके अलावा सफाई व्यवस्था पर 15 हजार रुपये का खर्च बताया, जबकि गांव में सफाई कर्मचारी की पहले से तैनाती है। इस पर महिला प्रधान मनोरमा सिंह को नोटिस दिया गया है।

अब सवाल उठता कि क्या सचिव के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए? इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने कहा कि पहले प्रधान से नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बाद सचिव पर भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

प्रधानों के खिलाफ चल रही जांच

की रिपोर्ट आने से खुल रही पोल

करीब दो दर्जन ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यों में अनियमितता की शिकायत पर कमेटियां गठित की गई थीं। इन कमेटियों की जांच रिपोर्ट डीपीआरओ कार्यालय में पहुंच गई हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर वसूली सहित अन्य तरीके की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ग्राम पंचायतों में हुए विकास कार्यों में बरती गई वित्तीय अनियमितताएं सामने आ रही हैं। इन अनियमितताओं के सापेक्ष ग्राम प्रधान, पंचायत सचिवों से वसूली की कार्रवाई शुरू की गई है। सीडीओ आरबी भास्कर ने सभी जांच अधिकारियों को तत्काल जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए हैं।

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