कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ के तीसरी बार अध्यक्ष बने शशिकांत गौतम

उप्र मिनिस्ट्रीयल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ की स्थानीय शाखा का चुनाव हुआ जिसमें शशिकांत गौतम को तीसरी बार अध्यक्ष चुना गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 01:50 AM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 01:50 AM (IST)
कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ के तीसरी बार अध्यक्ष बने शशिकांत गौतम
कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ के तीसरी बार अध्यक्ष बने शशिकांत गौतम

जासं, हाथरस : उप्र मिनिस्ट्रीयल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ की स्थानीय शाखा का चुनाव हुआ, जिसमें शशिकांत गौतम को तीसरी बार अध्यक्ष चुना गया। इस बार भी वह निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। कार्यकारिणी के छह और पदाधिकारी निर्विरोध चुने गए।

शशिकांत गौतम ने बताया कि 2016 में एक वोट और 2019 में 14 वोटों से चुनाव जीते थे। इस बार किसी भी कर्मचारी ने उनके विरुद्ध नामांकन नहीं किया। जिला मंत्री विवेक कुमार श्रोती, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा, कनिष्ठ उपाध्यक्ष मुकुट बिहारी, कोषाध्यक्ष आशीष माहौर, संगठन मंत्री तेज नारायन सारस्वत, प्रचार मंत्री सौरभ चौधरी भी निर्विरोध चुने गए। निर्वाचन अधिकारी के रूप में डिप्टी कलक्टर राजेश कुमार तथा सहायक निर्वाचन अधिकारी के रूप में जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव रहे। अपर जिलाधिकारी जेपी सिंह की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में पदाधिकारियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। बैठक में पदाधिकारियों के साथ-साथ ओसी कलक्ट्रेट राजकुमार सिंह यादव, प्रशासनिक अधिकारी राजेश अग्रवाल, ईडीएम मनोज उपाध्याय, प्रधान सहायक हरिओम शर्मा, राकेश कुमार गौतम, सचेन्द्र उपाध्याय, शीतल प्रसाद शर्मा, राम प्रकाश कुलश्रेष्ठ, महेश कुमार, मुकेश कुमार वरिष्ठ सहायक, राहुल चौधरी, संजीव राजपूत, रोहित शर्मा, विनोद महामना, केशव सिंह, सुधीर कुमार, सुनील कुमार गौतम, महेश कुमार शर्मा, किशन प्रसाद शर्मा, कनिष्ठ सहायक महेन्द्र सिंह, स्नेहलता शर्मा, एलआरसी रनवीर सिंह, राजेश, जिम्मी शर्मा उपस्थित रहे। वित्तविहीन शिक्षकों को राहत पैकेज की दरकार

संसू, सिकंदराराऊ : गुरुवार को यहां शिशु शिक्षा मंदिर पेड़ वाले स्कूल में आयोजित बैठक में वित्तविहीन शिक्षक महासभा उत्तर प्रदेश के आगरा शिक्षक खंड प्रभारी पवन शर्मा ने शिक्षकों को राहत पैकेज दिए जाने की मांग सरकार से की।

पवन शर्मा ने कहा कि 15 माह में शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल ठप हो गई है। यूपी बोर्ड एवं बेसिक शिक्षा से मान्यता प्राप्त स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा न के बराबर हुई है। अभिभावकों ने 'नो स्कूल नो फीस' का अभियान चलाकर इन विद्यालयों में शुल्क जमा नहीं किया। ऐसे में शिक्षकों को वेतन देना प्रबंधक के स्तर से मुश्किल था। इधर बच्चों को बार-बार प्रमोट करके सरकार इनके भविष्य को चौपट कर रही है। पिछला पढ़ा नहीं तो अगली कक्षा का कोर्स भी समझ नहीं आएगा। बैठक में कहा कि यदि सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों को राहत पैकेज नहीं दिया तो आगामी चुनाव में अंजाम भुगतना होगा। बैठक में मुनेश चतुर्वेदी, विनोद कुमार यादव, राजू सूफी , नरेश चतुर्वेदी, पंकज कुमार, शरद शर्मा, रामकिशोर, सतीश चंद्र, मुकेश कुमार, कलीम अख्तर, रविद्र कुमार शर्मा, अजय पाल सिंह, गुलजार गांधी मौजूद थे।

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