उमस भरी गर्मी में राहत की बारिश

एक घंटे की बारिश से मौसम हुआ सुहाना बारिश ने लौटाई धान किसानों के चेहरों पर रौनक।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Aug 2021 01:06 AM (IST) Updated:Sat, 21 Aug 2021 01:06 AM (IST)
उमस भरी गर्मी में राहत की बारिश
उमस भरी गर्मी में राहत की बारिश

संवाद सहयोगी, हाथरस : कई दिन से पड़ रही उमसभरी गर्मी से शुक्रवार को झमाझम बारिश ने राहत दे दी। तेज हवा के साथ एक घंटे तक हुई बारिश से मौसम सुहाना हो गया। धान किसानों को काफी राहत मिली है।

शुक्रवार को सुबह से ही बादलों का डेरा था। दोपहर करीब 12 बजे झमाझम बारिश शुरू हो गई। करीब एक घंटा तक हुई बारिश से नालियां उफनने लगीं। गर्मी से बेहाल लोगों को राहत मिल गई। ठंडी हवाओं से मौसम भी सुहाना हो गया। बाद में हल्की बूंदाबांदी रुक-रुककर होती रही। बादलों के छाए रहने से रात में भी बारिश की संभावना बनी हुई थी। अधिकतम तापमान 35 और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहा।

देहात क्षेत्र में सिकंदराराऊ, सादाबाद, सासनी समेत अन्य जगहों पर भी बारिश से मौसम सुहाना हो गया। बारिश से डूबे रास्ते, गिरे राहगीर

संस, हाथरस : बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं नगर पालिका के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। एक घंटे की बारिश से शहर की सड़कें डूब गईं। खुले मैन होल में गिरकर कई राहगीर चोटिल हो गए। शहर के कमला बाजार, बागरा मार्ग, स्टेशन रोड, मोहनगंज, नवीपुर, तालाब चौराहा, बेनीगंज, चूना बाला डंडा, चामड़गेट, श्याम कुंज, आवास विकास, कोतवाली सदर, महिला थाना, कंचन नगर समेत कई इलाके डूब गए। बारिश से पहले नालियों की सफाई के दावे फेल हो गए। तालाब चौराहे के पास टूटे नाले में गिरने से कई राहगीर चोटिल हो गए।

धान को मिली संजीवनी

बारिश नहीं होने से फसलें सूखने लगी थीं। सबसे अधिक दिक्कतें धान किसानों को हो रही थी। पत्तियां पीली पड़ने से नुकसान का अंदेशा बढ़ गया था। इस बारिश से फसलों में सिचाई की कमी पूरी कर दी है। धान की फसल को जहां संजीवनी मिली है, वहीं किसानों के चेहरों पर खुशी लौट आई है। इनका कहना है

बारिश नहीं होने से फसलों को नुकसान हो रहा था। इसमें बाजरा, मक्का सहित सभी फसलें सिचाई के अभाव में सूखकर नष्ट होने लगी थीं। इस बारिश से फसलों में सिचाई की कमी पूरी कर दी है।

-महेशचंद शर्मा, किसान धान की फसल बारिश पर ही निर्भर है। इसके लिए पानी की बहुत जरूरत होती है। फसल के लिए सिचाई से अधिक बारिश का पानी लाभदायक रहती है। इस बारिश से किसान भी खुश हैं।

-संजय यादव, किसान बारिश से लड़खड़ाई बिजली आपूर्ति

जासं, हाथरस : बिना बारिश के उमस भरी गर्मी में बिजली संकट झेल रहे लोगों को बारिश के बाद भी राहत नहीं मिली। अलबत्ता बारिश के कारण आपूर्ति व्यवस्था और लड़खड़ा गई। जगह-जगह पानी भरने से बिजली के खंभों में करंट उतरा। रुक-रुककर बारिश होने से फाल्ट सही नहीं किया जा सका। इससे अनावश्यक कटौती झेलनी पड़ी। कटौती का असर देर रात तक बना रहा।

कई दिन से पड़ रही प्रचंड गर्मी में ओवरलोडिग से फाल्ट अधिक हो रहे थे। जर्जर तार टूट रहे थे और ट्रांसफार्मर भी जवाब दे रहे थे। ग्रामीण क्षेत्र में नलकूप चलने से बिजली की मांग और लोड भी बढ़ रहा था। समय पर फाल्ट सही नहीं हो पा रहे थे। शुक्रवार दोपहर बारिश होने के बाद उम्मीद थी कि कुछ राहत मिलेगी और बिजली का लोड कम होगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। बारिश के दौरान लगातार एक घंटा तक बिजली की आपूर्ति नहीं हुई। एसडीओ प्रथम विशाल निषाद का कहना है कि बारिश के समय तक आपूर्ति प्रभावित रही थी। उसके बाद आपूर्ति सामान्य हो गई है।

सिकंदराराऊ में बारिश से चार घंटे तक बिजली गायब रही। यही स्थिति अन्य कस्बों में भी रही। देर रात तक बिजली के आने व जाने का क्रम बना रहा। ग्रामीण क्षेत्र में खेतों से गुजर रही लाइनों पर खराबी अधिक आई है। इससे वहां फाल्ट ढूंढ़ने में दिक्कत आ रही है। शनिवार तक फाल्ट सही होने की उम्मीद है।

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