मौत के भय पर हावी है सेवा का जुनून

बीमारी रोकने के लिए सफाई कार्य में दिन-रात ड्यूटी कर रहे नगर पालिका के सफाई कर्मचारी प्वाइंटर- 200 सफाई कर्मचारी पालिका के हैं। 200 सफाई कर्मचारी ठेके पर कार्यरत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 31 Mar 2020 12:12 AM (IST) Updated:Tue, 31 Mar 2020 12:12 AM (IST)
मौत के भय पर हावी है सेवा का जुनून
मौत के भय पर हावी है सेवा का जुनून

संवाद सहयोगी, हाथरस : लोगों को कोरोना वायरस से बचाने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में सफाई कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 'यह मेरा शहर है, इसे बचाना मेरा फर्ज है' इसी सोच से अपनी जान की परवाह किए बगैर जच्बे के साथ कोरोना के योद्धा अपने काम में दिनरात जुटे हुए हैं।

जहां एक ओर कोरोना से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है, वहीं लोगों को महामारी से बचाने के लिए तमाम लोग जनसेवा में जुटे हुए हैं। पूरी एहतियात बरतते हुए। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने में पालिका के सफाई कर्मचारी दिन रात कार्यरत हैं। संविदा व नियमित को मिलाकर करीब 400 सफाई कर्मचारी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं। शहर को सैनिटाइज करने में जुटे हैं।

नगर पालिका हाथरस के मुख्य सफाई निरीक्षक संदीप भार्गव के नेतृत्व में जुटे सफाई कर्मचारियों में करीब 200 सरकारी व 200 ठेके पर कार्य कर रहे हैं। इनमें करीब 50 महिला सफाई कर्मी भी शामिल हैं। हाथों में दस्ताने तथा मुंह पर मास्क लगाए ये कोरोना योद्धा डोर टू डोर कूड़ा इकट्ठा कर रहे हैं। मंदिर परिसर, बाजार तथा शौचालयों की सफाई व्यवस्था भी देख रहे हैं। वर्दी में दिख रहे योद्धा

नगर पालिका के सभी कर्मचारी मुंह पर मास्क लगाए वर्दी में एक योद्धा की तरह कोरोना के मुकाबले में डटे हुए हैं। शहर में सफाई कार्य के अलावा नाले-नालियों से सिल्ट निकालने, बेसहारा पशुओं का चारा खिलाने व शहर की सड़कों व गलियों को मशीन द्वारा सैनिटाइज करने में लगे हैं।

रात में भी हो रहा सफाई कार्य

शहर में सफाई कार्य सुनिश्चित करने के लिए पालिका ने सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की है। इसमें सुबह 6 से 11.30 बजे तक व दोपहर को 2 बजे से शाम 5.30 बजे तक ड्यूटी निर्धारित है। इसमें शहर में झाड़ृ लगाने के साथ कूड़ा उठाने के लिए रात्रि में टीमों को लगाया गया है। इनका कहना है

कोरोना वायरस से डरना कैसा। उचित दूरी, साफ सफाई तथा सैनिटाइज करके बचा जा सकता है। लोग सुरक्षित रहेंगे तो हमें भी खुशी मिलेगी। लोगों का जीवन बचाने के लिए हमारा भी नैतिक दायित्व और देश के प्रति फर्ज भी है।

-गोरेलाल, सफाई कर्मचारी महामारी का ख्याल आते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, परंतु डरने से कुछ नहीं होगा, हिम्मत से काम लेना होगा। साफ-सफाई रखने से लोग सुरक्षित होंगे तो मुझे खुशी मिलेगी। हम भी अवकाश लेकर घर रह सकते हैं, पर देश सेवा के लिए कर कार्य रहे हैं।

-माइकल, सफाई कर्मचारी

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