अब सीवर लाइन से ही बदलेगी शहर की सूरत

फोटो 13 दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित पाठक पैनल में सफाई व्यवस्था पर उठाए गए सवाल फिक्रमंद -शहर को गंदगी से मुक्ति दिलाने के लिए मिलकर करने होंगे प्रयास -नगर पालिका की सफाई व्यवस्था सुधार के लिए उठाए जाएं कदम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 12:33 AM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 12:33 AM (IST)
अब सीवर लाइन से ही बदलेगी शहर की सूरत
अब सीवर लाइन से ही बदलेगी शहर की सूरत

संवाद सहयोगी, हाथरस : मंगलवार को शहर के लोगों ने नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी के समक्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के उपाय सुझाए। यह भी बताया कि पूरा शहर गंदगी से आज भी क्यों जूझ रहा है। कई गलियों में गंदा पानी भरा है तो नालियां उफान ले रही हैं। जब तक इन हालातों से मुक्ति नहीं मिलेगी तब तक क्लीन सिटी का सपना साकार होना असंभव है। शहर की बड़ी समस्या से मुक्ति के लिए सीवर लाइन डलवाने की जरूरत है। यदि ऐसा हो जाए तो शहर की सूरत ही बदल जाएगी।

दैनिक जागरण कार्यालय में मंगलवार को शहर की सफाई व्यवस्था व स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर आयोजित पाठक पैनल में शहर के लोगों ने कहा कि बाजारों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ी कब आएगी? किसी को पता नहीं रहता है। यदि गाड़ी पर हूटर लगा दिया जाए तो लोग गाड़ी जाने के बाद कूड़ा न डालें। लोगों ने शहर में डस्टबिन लगवाने, नालियों से निकली सिल्ट तो तत्काल उठवाने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही कहा कि नगर पालिका परिषद अपनी जिम्मेदारी इमानदारी से निभाए तो सफाई व्यवस्था में परिवर्तन आ जाएगा। लोगों को भी सफाई के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। गंदगी फैलाने वालों को दंडित भी किया जाना चाहिए। इसके लिए नगर पालिका कड़े नियम बनाए। जबतक प्रशासन व शहर के लोग मिलकर प्रयास नहीं करेंगे, तब तक क्लीन सिटी का सपना साकार नहीं होगा।

इस दौरान सिद्धार्थ शर्मा, मुकुल दीक्षित, राघवेंद्र गुप्ता, रघुवीर गुप्ता, कन्हैयालाल, राजेंद्रनाथ चतुर्वेदी, गोपालकृष्ण शर्मा, मनोज कुमार शर्मा, मनोज कुमार अग्रवाल, राजीव माहेश्वरी, अवधेश बख्शी आदि ने शहर को साफ रखने के सुझाव दिए। यह लिया निर्णय

ईओ डॉ. विवेकानंद गंगवार ने पाठक पैनल में कई समस्याओं का जल्द निदान कराने का भरोसा दिया। कहा कि कौंजड़ान गली का निरीक्षण कर पानी भरे होने की समस्या का निदान कराया जाएगा। सफाई व्यवस्था में सहयोग के लिए समाज सेवी संगठनों की बैठक बुलाई जाएगी। सीवर लाइन का भेजेंगे प्रस्ताव

पाठक पैनल में सीवर लाइन डलवाने की उठी मांग का ईओ डॉ. विवेकानंद गंगवार ने भी समर्थन किया। साथ ही बताया कि नगर पालिका प्रशासन इसको लेकर गंभीर है। अभी तक शहर में सीवर लाइन नहीं है। ड्रेनेज लाइन है। वह भी काफी पुरानी है। सीवर लाइन डलवाने के लिए प्रस्ताव जल्द शासन को भेजा जाएगा। इस पर चर्चा हो चुकी है। गेस्टहाउस, हास्पिटल आदि में कूड़ा निस्तारण के लिए सिटी कंपोस्ट लगवाए जाएंगे। सीवेज फार्म पर सेफ्टी मैनेजमेंट प्लांट लगाया जा रहा है। एनजीटी ने डस्टबिन को प्रतिबंधित कर दिया है। पालिका द्वारा अब घरों से सीधे कूड़ा उठाया जाएगा। शहर को बड़ी योजना की जरूरत

पूर्व चेयरमैन अगमप्रिय सत्संगी ने कहा कि शहर की सूरत बदलने के लिए बड़ी योजना की जरूरत है। सीवेज लाइन पुराना सपना है। हालांकि शहर की सफाई व्यवस्था पहले से काफी सुधरी है, लेकिन जब तक सीवेज व्यवस्था नहीं होगी, तब तक स्थायी निदान नहीं हो पाएगा। प्रदेश में भाजपा की सरकार है। सांसद-विधायक और चेयरमैन भाजपा के हैं। ऐसे में यदि हम सब प्रयास करें तो सीवेज का सपना पूरा हो सकता है। इसके अलावा शहर का दायरा बढ़ गया है, लेकिन कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ सकी है। नई नियुक्ति न होने से संख्या कम होती जा रही है। सफाई ठीक से न होने का एक बड़ा कारण यह भी है। इस कमी को दूर करने के भी प्रयास करने होंगे। वर्जन -

शहर को स्वच्छ बनाने के लिए पालिका को स्वयंसेवी संगठनों का सहारा लेना चाहिए। वार्ड स्तर पर उन्हें जिम्मेदारी सौंप दी जाए। बेहतर कार्य करने वाले को सम्मानित भी किया जाए।

-प्रवीन वाष्र्णेय, मानवाधिकार कार्यकर्ता शहर में कई जगह जलभराव की समस्या वर्षों से बनी हुई है। इनमें गली कौंजड़ान में तो नाली चोक होते ही जलभराव हो जाता है। बारिश के दिनों में हालात बदतर हो जाते हैं। इसका स्थाई समाधान हो।

-घनश्याम दास, व्यापारी किला परिसर के पीछे गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहां नियमित सफाई की व्यवस्था नहीं है। लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं।

- कृष्णकांत शर्मा, एडवोकेट

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