'उसकी दुआ के सामने मेरी दवा भी कुछ नहीं'
हाथरस : सिकंदराराऊ में अंतरराष्ट्रीय कवि-गीतकार व यश भारती से सम्मानित डॉ. विष्णु सक्सेना की म
हाथरस : सिकंदराराऊ में अंतरराष्ट्रीय कवि-गीतकार व यश भारती से सम्मानित डॉ. विष्णु सक्सेना की माताजी स्वर्गीय सरला देवी के आकस्मिक निधन पर आर्य कन्या इंटर कॉलेज में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इसमें कवि, चिकित्सक व गणमान्य लोगों ने सरला देवी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। डॉ. विष्णु सक्सेना ने नम आंखों से रचना सुनाई- बेटा हूं मैं उसका डॉक्टर हुआ तो क्या हुआ, उसकी दुआ के सामने मेरी दवा भी कुछ नहीं। गाजियाबाद के प्रख्यात गीतकार डॉ. कुंवर बेचैन, डॉ. प्रवीण शुक्ल दिल्ली, बलराम श्रीवास्तव मैनपुरी, रमेश मुस्कान, अनुज त्यागी, दुर्गेश अवस्थी, विजय प्रकाश भारद्वाज, गाफिल स्वामी, देवेन्द्र चंडोक, डॉ. नितिन मिश्रा, विद्यार्णव शर्मा, डॉ. अजय सक्सेना, अजीत सक्सेना, हैप्पी रस्तोगी, अनिल वाष्र्णेय, डॉ. सच्चिदानंद, भद्रपाल चौहान, ओमप्रकाश, जयप्रकाश गुप्ता, हरपाल यादव, ओमप्रकाश सिंह, जगदीश वाष्र्णेय, वीरेन्द्र वाष्र्णेय, दिनेश चन्द्र गुप्ता, डॉ. अरविंद सारस्वत, विपिन वाष्र्णेय, पवन पंडित ने श्रद्धांजलि अर्पित की। शिवदयाल सक्सेना, राहुल, सारांश व चित्रांश सक्सेना ने समस्त आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया। सभा का संचालन कवि अवशेष विमल ने किया।