हाथरस से अटूट नाता रहा है नीरज जी का
जागरण संवाददाता, हाथरस : पद्म विभूषण महाकवि गोपाल दास नीरज का हाथरस से भी अटूट नाता र
जागरण संवाददाता, हाथरस : पद्म विभूषण महाकवि गोपाल दास नीरज का हाथरस से भी अटूट नाता रहा है। वह दाऊजी मेला में भी कई बार काव्य पाठ कर चुके हैं। पिछले साल 15 सितंबर को हाथरस के दाऊजी मेला में आयोजित गंगा जमुनी मुशायरा में आए थे। उनका हाथरस के मंचों पर कई बार नागरिक अभिनंदन किया जा चुका है।
महाकवि गोपाल दास नीरज ने गुरुवार की देर शाम को अंतिम सांस ली। पद्म विभूषण गोपालदास नीरज के निधन पर हाथरस के साहित्यकारों में शोक की लहर दौड़ गई। काका स्मारक समिति हाथरस ने नीरज जी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। शोक सभा की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य डा. एससी शर्मा ने और संचालन प्रवक्ता चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने किया। चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने बताया कि वे हाथरस में अंतिम बार मेला श्री दाऊजी महाराज में आयोजित अखिल भारतीय गंगा-जमुनी मुशायरे में पधारे थे, जहां उनका नागरिक अभिनंदन किया गया था। इस मौके पर आशु कवि अनिल बौहरे, डा.बीपी ¨सह, दिनेश सेकसरिया, कपिल नरूला, श्याम बाबू ¨चतन, विष्णु, मीरा दीक्षित, मनु दीक्षित, रुबिया खान, मोनी देहलवी, वासुदेव उपाध्याय, रामजीलाल शिक्षक बाबा देवी ¨सह आदि मौजूद रहे। इधर, युवा कवि डा. नितिन मिश्रा की अगुवाई में भी शोक सभा का आयोजन किया गया। इसमें गोपाल दास नीरज के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।