चार मिनट के लिए स्टेशन पर रुके थे बापू

मैने गांधी को देखा है, आगरा के फोटंट्टेशन पर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 01:27 AM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 01:27 AM (IST)
चार मिनट के लिए स्टेशन पर रुके थे बापू
चार मिनट के लिए स्टेशन पर रुके थे बापू

हाथरस : मैं उस समय आगरा के सेंट जोन्स कॉलेज में 11वीं में पढ़ता था। वर्ष 1946 की बात है, मुझे और दोस्तों को जानकारी मिली की दोपहर को गांधी जी ट्रेन से दिल्ली की तरफ जाएंगे। मैं, मित्रों के साथ कॉलेज के पास स्थित राजा की मंडी स्टेशन पर पहुंच गया। वहां गांधी जी को देखने के लिए पहले से ही लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। सैकड़ों लोग स्टेशन पर खडे़ थे। पुलिस भी तैनात थी। दोपहर दो बजे के बाद ट्रेन स्टेशन पर पहुंची, तो देखा कि गांधी जी बोगी के दरवाजे पर खड़े थे और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे। दुबला-पतला शरीर, चश्मा पहने गांधी जी ट्रेन रुकने पर प्लेटफार्म पर उतरे तो लोगों ने उन्हें घेर लिया था। लोग उनके पैर छूने लगे थे। मैं तो भीड़ के कारण उनके पास तक पहुंच नहीं सका था। बापू को साक्षात देख एक बार को भरोसा नहीं हो रहा था। करीब चार मिनट रुकने के बाद ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हो गई थी। मैने वर्ष 1946 से 1952 तक सेंट जोन्स कॉलेज में पढ़ते हुए भूगोल विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की थी। 30 जनवरी 1948 को गांधी जी की हत्या हुई तो चंद घंटों में यह खबर देशभर में फैल गई। आगरा के लोहामंडी, राजामंडी के पास ¨हदू-मुस्लिम समुदाय के लोगों में दंगे शुरू हो गए थे। मुझे हाथरस आना था, लेकिन बसें नहीं चल रही थीं। जानकारी मिली कि बापू का अंतिम संस्कार दिल्ली में राजघाट पर किया जाएगा। मैं अपने चार मित्रों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गया। ट्रेन को दिल्ली स्टेशन से पहले ही रोक दिया गया था। हम लोग पैदल चलकर राजघाट पर पहुंचे थे और गांधी जी के अंतिम दर्शन कर सके। रात 10 बजे बापू के अंतिम संस्कार के बाद चांदनी चौक निवासी अपने रिश्तेदार के यहां पहुंचे थे और रात काटी थी।

-प्रो. केसी गुप्ता, सेवानिवृत्त एचओडी भूगोल, पीसी बागला महाविद्यालय।

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