मार्च 2019 के बाद कानपुर-मथुरा रूट पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें

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By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Nov 2018 12:32 AM (IST) Updated:Sat, 03 Nov 2018 12:32 AM (IST)
मार्च 2019 के बाद कानपुर-मथुरा रूट पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें
मार्च 2019 के बाद कानपुर-मथुरा रूट पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें

आकाशदीप भारद्वाज, हाथरस

कानपुर-कासगंज हाथरस मथुरा रेल मार्ग पर मार्च 2019 के बाद बिजली इंजन से ट्रेनें दौड़ेंगी। अफसरों का दावा है कि 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। खंबे पर ओएचई लाइन भी डाली जा चुकी है। मार्च 19 में निर्माणदायी कंपनी कार्य पूरा कर रेलवे को हैंडओवर करेगी। ट्रायल व जांच के बाद बिजली इंजन से ट्रेनें दौड़ना शुरू हो जाएंगी। इसके बाद कासगंज-बरेली लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य होगा।

कासगंज कानपुर मथुरा रेल लाइन के विद्युतीकरण परियोजना की मूल स्वीकृत लागत 401 करोड़ 39 लाख 69 हजार 522 रुपये हैं। इसमें 178 करोड़ 81 लाख 40 हजार 235 रुपये सितंबर तक खर्च हो चुके हैं। रेल विकास लिमिटेड द्वारा इरकॉन कंपनी के इंजीनियर इस लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य कर रहे हैं। 2020 तक दो चरणों में यह कार्य पूरा होना है। पहले चरण में कानपुर के कल्यापुर रेलवे स्टेशन से मथुरा तक विद्युतीकरण का कार्य लगभग पूरा होने की ओर है। इसके बाद कासगंज से बरेली-पीलीभीत मैलानी लाइन पर विद्युतीकरण का कार्य होगा। मौजूदा स्थिति में ट्रेनें 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रहीं है। विद्युतीकरण कार्य पूरा होने पर 110 की स्पीड से दौड़ेंगी। इस समय रोजाना के लिए सिर्फ पैसेंजर ट्रेनें ही इस रूट पर हैं। विद्युतीकरण के बाद यात्रियों को एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनें भी रोजाना के लिए मिलेंगी। मथुरा से कानपुर तक 308 किलोमीटर तक मौजूदा समय में आठ घंटे तक लगते हैं, लेकिन विद्युतीकरण के बाद यह सफर महज चार से पांच घंटे का हो जाएगा। --------------------

मार्च 2019 तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन दौड़ाने की तैयारी है। विद्युतीकरण का कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। ट्रायल के बाद अगले वर्ष के शुरुआत चार महीनों में बिजली इंजन से ट्रेने दौड़ने लगेंगी।

राजेंद्र ¨सह, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जत नगर मंडल

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