ई-गेट पास के बिना नहीं मिलेगा प्रवेश, पहले दिन कटे 90 प्रपत्र
इलेक्ट्रॉनिक गेट पास प्रपत्र 6 व 9 से होगी निकासी मंडी में क्रय-विक्रय को आसान करने का उठाया कदम।
संस, हाथरस : मंडी समिति में सोमवार से ई-मंडी योजना को अनिवार्य कर दिया है। इस दिन कोई माल बिना ई-पोर्टल के जारी प्रपत्रों के नहीं आने-जाने दिया गया। इसे लेकर आढ़तिया व मंडी के कर्मचारियों के बीच गतिरोध भी बना रहा।
राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के निदेशक जितेंद्र प्रताप सिंह के आदेश के बाद हाथरस मंडी समिति ने भी सख्ती शुरू कर दी। सोमवार से प्रदेश के सभी 220 मंडी समितियों में फसलों के क्रय-विक्रय को आसान व पारदर्शी बनाने के लिए इलेक्ट्रानिक पोर्टल ई-मंडी को लागू कर दिया गया। इसमें मंडी समिति को ऑनलाइन बनाने के लिए आढ़तियों व व्यापारियों को मंडी में प्रशिक्षण भी दिया जा रहा था। इस योजना के लागू होने के बाद मंडी में गेट पास, लाइसेंस, प्रपत्र-6 व 9 ऑनलाइन ही जारी किए जा रहे हैं। माल लाने व ले जाने को लेकर व्यापारी व कर्मचारियों में गतिरोध बना रहा। मंडी सचिव यशपाल सिंह ने बताया कि अब मंडी सभी कार्य ई-पोर्टल से जारी प्रपत्रों से ही होगा। चेकपोस्ट पर ऑनलाइन
प्रपत्रों से हुई आवागमन
मंडी समिति में सुबह से ही अलीगढ़ रोड स्थित मुख्य प्रवेश द्वार पर कर्मचारी तैनात कर दिए गए। बिना गेट पास, प्रपत्र- 6 व 9 आर के माल का आवागमन नहीं होने दिया गया। पहले दिन शाम तक 6 आर 50, 9 आर 36 व 4 गेट पास काटे गए। दस हजार का लोन लेने में
दिलचस्पी नहीं ले रहे वेंडर
संवाद सहयोगी, हाथरस : प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ पात्रों तक पहुंचाने के लिए नगर पालिका की ओर से प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। इसमें शहर में जगह-जगह होर्डिंग लगवाए गए हैं। इसके साथ ही प्रचार वाहन द्वारा प्रचार कराया जा रहा है। एक शिविर का आयोजन भी पालिका परिसर में पंजीकरण के लिए हो रहा है। इतना ही नहीं नगर पालिका की टीम बैंकों में जाकर त्रुटिपूर्ण आवेदनों को ठीक कराकर उन पर ऋण स्वीकृत करा रही है। इसके बाद भी लोग इस योजना के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। नगर पालिका में लग रहे शिविर में सोमवार को केवल सात पंजीकरण किए गए। हालांकि पालिका ने 74 फीसद लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसके लिए पंजीकरण पूर्व में कराए गए थे। दस हजार के ऋण के लिए तमाम औपचारिकताएं लोगों को रास नहीं आ रही हैं।