रिमझिम बरसात से खेती को फायदा

हरदोई रुक-रुककर हो रही बारिश खेती-किसानी के लिए फायदेमंद है। इस बीच बुधवार की रात से ही बारिश के साथ चली हवा से धान की फसल गिर गई है। हालांकि शहरी क्षेत्रों में लोगों को बारिश के चलते गर्मी से निजात मिल गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 10:21 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 10:21 PM (IST)
रिमझिम बरसात से खेती को फायदा
रिमझिम बरसात से खेती को फायदा

हरदोई : रुक-रुककर हो रही बारिश खेती-किसानी के लिए फायदेमंद है। इस बीच बुधवार की रात से ही बारिश के साथ चली हवा से धान की फसल गिर गई है। धान की चल रही कटाई प्रभावित हुई हैं। कृषि विभाग के अधिकारी धान की फसल गिरने से कोई नुकसान न होने का दावा कर रहे हैं और बारिश को रबी फसलों की बोवाई के लिए खेत तैयार होने में किसानों के लिए मददगार बता रहे हैं।

बारिश और हवा से धान की चल रही कटाई प्रभावित हुई है। खेतों और फसल में नमी आ जाने से मौसम साफ होने के दो-तीन बाद ही मशीनों से कटाई संभव हो सकेगी। किसानों का कहना है कि खेतों में पानी भर जाने से चावल का दाना खराब होने की आशंका है। फसल कटाई के समय भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। जिन खेतों में अभी धान की फसल पकी नहीं है, उनमें अधिक नुकसान की आशंका जाहिर की जा रही है। किसानों का कहना है फसल गिर जाने से डंठल जल्दी सूखने लगते हैं और बाली खराब होने लगती हैं।

कृषि उप निदेशक डॉ. आशुतोष कुमार मिश्रा का कहना है कि फसल गिरने से धान को कोई नुकसान नहीं होता है। खेतों में आई नमी से किसान खेत तैयार कर सकेंगे।

तीनों नदियों के जलस्तर में आइ गिरावट : गंगा, रामगंगा और गर्रा के जलस्तर में 10-10 सेंटीमीटर जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। गंगा का जलस्तर 134.40, रामगंगा का जलस्तर 133.90 और गर्रा का जलस्तर 143.95 मीटर पर प्रवाहित हो रहा है। गंगा में बैराजों से 59580 क्यूसेक और रामगंगा में 809 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बिलग्राम एसडीएम कपिल देव यादव, नायब तहसीलदार नितिन सिंह राजपूत ने राजस्व टीम के साथ ग्रामीणों की समस्याओं की जानकारी ली। टीम को निर्देशित किया कि ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच कराई जाए। चिरंजूपुरवा, रघुवीरपुरवा और मक्कूपुरवा में गंगा किनारों को कटान से बचाने के लिए नायलॉन क्रेट में बालू भरी सीमेंट की बोरियां लगवाए जाने का काम कराया जा रहा है।

chat bot
आपका साथी