कमिश्नर ने दिखाए तेवर तो किसानों का विरोध हुआ कम

महोबा, जागरण संवाददाता: मुख्यालय के समीप चांदौ गांव के पास चंद्रावल नदी के उद्गम स्थल पर पहुंचकर कमि

By Edited By: Publish:Sun, 24 May 2015 01:31 AM (IST) Updated:Sun, 24 May 2015 01:31 AM (IST)
कमिश्नर ने दिखाए तेवर तो 
किसानों का विरोध हुआ कम

महोबा, जागरण संवाददाता: मुख्यालय के समीप चांदौ गांव के पास चंद्रावल नदी के उद्गम स्थल पर पहुंचकर कमिश्नर कल्पना अवस्थी ने इलाके की भौगोलिक जानकारी करने के बाद ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा कि चंद्रावल नदी का उल्लेख अंग्रेजों के बनाए गजेटियर में है। यह नदी उनके जमाने में बहा करती थी। इसलिए भूमिधर किसानों के नुकसान की बात बेमानी है। फिर भी जो लोग इसकी जमीन पर खेती कर रहे हैं, उनका कोई नुकसान नही होने दिया जाएगा। इस काम में पूरी तौर पर ग्रामवासियों को जोड़कर विकास के कार्य किए जाएंगे। कमिश्नर ने ग्रामीणों से हाथ उठवाकर शपथ भी ली कि वह लोग नदी के सदानीरा बनाने में पूर्ण सहयोग करेंगे।

डीएम वीरेश्वर सिंह ने कहा कि राजकुमारी चंद्रावल राजा परिमलिदेव की बेटी थी। वीर आल्हा ऊदल परिमलिदेव की सेना के सैनिक थे। महोबा की पहचान इन्हीं से है। बुंदेलखंड किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामस्वरूप यादव ने कहा कि वास्तव में इस मुहिम से गांव का विकास होना निश्चित रूप से तय है। सीडीओ शिव नारायण, पीडी हुब लाल, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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