Hapur: राज्यपाल ने जिला अस्पताल में एसएनसीयू वार्ड का किया उद्धाटन, भर्ती बच्चों और उनके अभिभावकों से जाना हाल

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के अस्पताल में करीब 23 मिनट तक रहने के दौरान अस्पताल के अंदर किसी को भी प्रवेश तक नहीं दिया गया। अस्पताल के अंदर मरीजों के तीमारदारों को भी प्रवेश न देने पर उनमें कुछ रोष भी देखने को मिला।

By Gaurav SharmaEdited By: Publish:Mon, 20 Mar 2023 01:09 PM (IST) Updated:Mon, 20 Mar 2023 01:09 PM (IST)
Hapur: राज्यपाल ने जिला अस्पताल में एसएनसीयू वार्ड का किया उद्धाटन, भर्ती बच्चों और उनके अभिभावकों से जाना हाल
Hapur: राज्यपाल ने जिला अस्पताल में एसएनसीयू वार्ड का किया उद्धाटन, भर्ती बच्चों से जाना हाल

हापुड़, जागरण संवाददाता। प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को दस्तोई रोड पर स्थित जिला अस्पताल में एसएनसीयू (विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई) वार्ड का उद्घाटन किया। सुबह 10.14 बजे राज्यपाल अस्पताल में पहुंची और करीब 23 मिनट तक वहां मौजूद रहीं। इस दौरान उन्होंने एनआरसी (पोषण पुर्नवास केंद्र) वार्ड में भर्ती बच्चों को उपहार दिए और उनकी सेहत के बारे में अभिभावकों से वार्ता कर उनका हाल जाना।

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सोमवार को सबसे पहले मेरठ से सड़क मार्ग से होते हुए दस्तोई रोड स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंची। जहां पर सबसे पहले गार्ड आफ आनर लिया गया। इसके बाद वह अस्पताल के पहले तल पर स्थित एसएनसीयू वार्ड का उद्घाटन किया। इस वार्ड में छह पीलिया से संबंधित बेड और 12 बेड रेडियन वार्मर के हैं। इन सभी 18 बेडों में से 12 पर आक्सीजन कंसंट्रेटर लगे हुए हैं। राज्यपाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से इस वार्ड की अहमियत के बारे में चर्चा की। इसके बाद प्रथम तल पर स्थित एनआरसी वार्ड में वह पहुंची।

वहां राज्यपाल ने विभिन्न बीमारियों से पीड़ित बच्चों को दुलारा और उनके अभिभावकों से उनके बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। राज्यपाल ने अभिभावकों से पूछा कि चिकित्सक समय से उनके बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करते हैं या नहीं। इसके अलावा उन्होंने बच्चों को दी जाने वाली दवाई समेत वहां मिलने वाली सुविधाओं की भी अभिभावकों से जानकारी प्राप्त की। अस्पताल की व्यवस्था पर राज्यपाल संतुष्ट दिखीं।

राज्यपाल से मिलकर अभिभावक हुए गदगद

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलकर एनआरसी में मौजूद बच्चों के अभिभावक गदगद हो गए। दैनिक जागरण ने कुछ अभिभावकों से उनकी प्रतिक्रिया ली। पेश है अभिभावकों से वार्ता के कुछ अंश...

राज्यपाल ने मेरे बेटे आर्यन की बीमारी के बारे में जानकारी ली और उसे दुलारा। उनके द्वारा पुत्र को फल, चाकलेट समेत खाने-पीने की वस्तुएं दी हैं। राज्यपाल की यह छवि देखकर मुझे काफी प्रसन्नता हुई है। - सोनी, जसरूपनगर

मेरे पुत्र आयुष को पिछले तीन दिन से केल्सियम की कमी है जिसके कारण, उसे चलने फिरने में परेशानी हो रही थी। इसके अलावा उसे बुखार भी है। चिकित्सकों ने उसे भर्ती किया। राज्यपाल ने बेटे के जल्दी ठीक होने की कामना की है। - मीना, जसरूपनगर

मेरे पुत्र अंश को आठ दिनों से बुखार और दस्त की शिकायत होने के कारण भर्ती कराना पड़ा था। राज्यपाल से मिलकर मैं काफी खुश हुई हूं। क्योंकि उन्होंने मुझसे काफी देर तक वार्ता की और मेरे बच्चे की बीमारी के बारे में पूरी जानकारी ली। - अर्चना, गणेशपुरा

राज्यपाल अस्पताल में रहने तक नहीं दिया गया प्रवेश

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के अस्पताल में करीब 23 मिनट तक रहने के दौरान अस्पताल के अंदर किसी को भी प्रवेश तक नहीं दिया गया। अस्पताल के अंदर मरीजों के तीमारदारों को भी प्रवेश न देने पर उनमें कुछ रोष भी देखने को मिला। अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे मरीजों को भी बाहर ही पुलिस ने रोके रखा। इस दौरान मरीजों को खासी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।

अस्पताल को कराया गया चकाचक

राज्यपाल के आने से पहले अस्पताल को विशेष तौर पर रंग-बिरंगे गुब्बारे, कालीन से सजाया गया था। इसके अलावा अस्पताल के मुख्य द्वार पर रंगोली भी बनाई गई थी। इस दौरान अस्पताल में विशेष सफाई व्यवस्था भी की गई थी। कुल मिलाकर अस्पताल को पहले से ही चकाचक किया हुआ था।

राज्यपाल के आगमन के चलते रूट किया गया डायवर्ट

राज्यपाल के आगमन के चलते यातायात पुलिस द्वारा रूट डायवर्ट कर दिया था। मेरठ रोड से बुलंदशहर रोड की ओर आने वाले वाहनों को साइलो सेकेंड से टियाला से होते हुए ततारपुर बाइपास से बुलंदशहर रोड से भेजा जा रहा था। इसके अलावा निजामपुर बाइपास से मेरठ तिराहे तक भी वाहनों को बाइपास से निकाला गया।

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