हड़ताल के दौरान लेखपालों को दी प्रतिकूल प्रविष्टि वापस

विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे लेखपालों के तहसील अध्यक्ष-सचिव को उपजिलाधिकारी ने राहत दी है। उन्होंने हड़ताल के दौरान दी गई प्रतिकूल प्रविष्टि वापस ले ली है। उपजिलाधिकारी ने यह कार्रवाई शासन के आदेश पर की है। प्रतिकूल प्रविष्टि वापस लेने के बाद दोनों लेखपालों ने अपने-अपने क्षेत्र में काम शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Aug 2018 05:36 PM (IST) Updated:Fri, 03 Aug 2018 05:36 PM (IST)
हड़ताल के दौरान लेखपालों को दी प्रतिकूल प्रविष्टि वापस
हड़ताल के दौरान लेखपालों को दी प्रतिकूल प्रविष्टि वापस

संवाद सहयोगी, गढ़मुक्तेश्वर

विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे लेखपालों के संगठन के तहसील अध्यक्ष एवं सचिव को उपजिलाधिकारी ने राहत दी है। उन्होंने हड़ताल के दौरान दी गई प्रतिकूल प्रविष्टि वापिस ले ली है। उपजिलाधिकारी ने यह कार्रवाई शासन के आदेश पर की है। प्रतिकूल प्रविष्टि वापिस लेने के बाद दोनों लेखपालों ने अपने-अपने क्षेत्र में काम शुरू कर दिया है।

वेतन उच्चीकरण, वेतन विसंगति, पेंशन विसंगति, भत्तों में वृद्धि, राजस्व परिषद द्वारा प्रस्तावित राजस्व उपनिरीक्षक सेवा नियमावली 2017 को केबिनेट द्वारा पारित कराना, लैपटॉप एवं स्मार्टफोन, प्रोन्नति, आधारभूत सुविधाएं एवं संसाधन की मांगों को लेकर लेखपाल संघ ने जून माह में धरना दिया था। लेखपालों ने शुरू में काली पट्टी बांधकर कार्य का बहिष्कार किया था और बाद में तहसील मुख्यालयों पर धरना देना शुरू किया था। इसके बाद लेखपालों ने जिला मुख्यालय पर धरना दिया। कई दिनों तक चले धरने और प्रदर्शन के कारण आम जनता को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा था। लेखपालों की हड़ताल पर शासन ने सख्त रुख अपनाया था। लेखपालों को भड़काने के आरोप में तहसील अध्यक्ष और सचिव राजकुमार एवं ताराचंद के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके अलावा शासन ने उन्हें निलंबित करने के आदेश भी दिए थे। गढ़ तहसील के अध्यक्ष और सचिव अंडर ट्रे¨नग थे, इसलिए उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी गई थी। इसके बाद लेखपाल संघ और सरकार के बीच कुछ ¨बदुओं पर सहमति बनी और धरना समाप्त हो गया। उपजिलाधिकारी ज्योति राय ने बताया कि शासन के आदेश अनुसार अब दोनों लेखपालों को दी गई प्रतिकूल प्रविष्टि वापस ले ली गई है।

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