दूधमुंहे बच्चे को गोदी में उठाए 60 किमी पैदल चलकर हापुड़ पहुंचा दंपती

लॉकडाउन की मार आम आदमी से लेकर हर वर्ग के लोगों को झेलने पड़ रही है। ऐसा ही मामला थाना बाबूगढ़ क्षेत्र में प्रकाश में आया। 12 दिन पहले एक बच्चे को जन्म देने वाली महिला प्रसूता अवस्था में पति का हाथ पकड़कर दिल्ली से हापुड़ के बाबूगढ़ तक पैदल ही आ गई। दुधमुहें बच्चे को छाती से लगाए मंजिल की ओर बढ़ रही ममता को देखकर पुलिस का दिल पसीज गया। पुलिस ने दंपती के खाना व पानी पिलाकर बस के द्वारा गंत्वय के लिए रवाना किया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 May 2020 08:07 PM (IST) Updated:Sun, 24 May 2020 05:58 AM (IST)
दूधमुंहे बच्चे को गोदी में उठाए 60 किमी पैदल चलकर हापुड़ पहुंचा दंपती
दूधमुंहे बच्चे को गोदी में उठाए 60 किमी पैदल चलकर हापुड़ पहुंचा दंपती

जागरण संवाददाता, हापुड़:

लॉकडाउन की मार आम आदमी से लेकर हर वर्ग के लोगों को झेलनी पड़ रही है। ऐसा ही मामला थाना बाबूगढ़ क्षेत्र में प्रकाश में आया। 12 दिन पहले एक बच्चे को जन्म देने वाली महिला पति का हाथ पकड़कर दिल्ली से हापुड़ के बाबूगढ़ तक पैदल ही आ गई। दुधमुंहे बच्चे को छाती से लगाए मंजिल की ओर बढ़ रही ममता को देखकर पुलिस का दिल पसीज गया। पुलिस ने दंपती को खाना व पानी पिलाकर बस से गंतव्य के लिए रवाना किया। दंपती ने भी पुलिस का धन्यवाद कर दुआएं दी।

जनपद संभल के गांव हिडोली निवासी मुनेंद्र ने बताया कि वह पत्नी राखी के साथ दिल्ली में रहकर छोटा मोटा कामकाज करते हैं। 12 दिन पहले प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी राखी को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। अस्पताल में पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया। तीन दिन के बाद चिकित्सकों ने पत्नी व बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया। लॉकडाउन में न खाने की व्यवस्था हुई न ठहरने के लिए छत मिली। किसी तरह कुछ दिन दिल्ली में गुजार लिए, लेकिन तीन दिन पहले दंपती ने घर लौटने की ठानी। मासूम को धूप से बचाने के लिए दंपती ने उसे एक कपड़े में लपेट लिया और घर के लिए चल दिए।

कहीं रोटी मिल गई तो कहीं लोगों ने पीने के लिए पानी दे दिया। हिम्मत बनाए हुए दंपती का हर कदम मंजिल की तरफ बढ़ता गया। शनिवार दोपहर वह 60 किमी पैदल चलकर हापुड़ के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र में पहुंचे। बच्चे के साथ दंपती को धूप में पैदल चलता देखकर थाने के पास चेकिग कर रहे थाना बाबूगढ़ प्रभारी निरीक्षक उत्तम सिंह राठौर ने रोक लिया।

दंपती की आपबीती से पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम हो गई। थाना प्रभारी निरीक्षक ने तत्काल दंपती के लिए खान पान की व्यवस्था कराई। उन्होंने दंपती को बस में बैठाकर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया। दंपती ने नम आंखों से पुलिस के इस सराहनीय कार्य की सराहना की और धन्यवाद के साथ दुआएं दी।

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