स्वच्छ भारत मिशन : पौने दो करोड़ से साफ होगा शहर

स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर पालिका करीब पौने दो करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस रुपये से शहर को साफ-सुथरा बनाने लोगों को जागरूक करने और अन्य कार्य कराए जाएंगे। स्वच्छ भारत मिशन के अंदर पालिका की रैकिग सुधारने में भी इससे मदद मिलेगी। सभी कार्यों के लिए बोर्ड बैठक से प्रस्ताव पास होने के बाद कार्य शुरू करा दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Sep 2019 06:49 PM (IST) Updated:Sun, 08 Sep 2019 06:19 AM (IST)
स्वच्छ भारत मिशन : पौने दो करोड़ से साफ होगा शहर
स्वच्छ भारत मिशन : पौने दो करोड़ से साफ होगा शहर

जागरण संवाददाता, हापुड़ :

स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर पालिका करीब पौने दो करोड़ रुपये खर्च करेगी। शहर को साफ-सुथरा बनाने, लोगों को जागरूक करने और अन्य कार्य कराए जाएंगे। स्वच्छ भारत मिशन के अंदर पालिका की रैंकिग सुधारने में भी इससे मदद मिलेगी। सभी कार्यों के लिए बोर्ड बैठक से प्रस्ताव पास होने के बाद कार्य शुरू करा दिए गए हैं।

नगर पालिका सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्शन प्लान, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2016 एवं एनजीटी के आदेशों का अनुपालन कराने के लिए बॉयलोज तैयार करने में जुट गई है। नया बॉयलोज बनने के साथ ही खुले में शौच, कूड़ा फेंकने और जलाने पर जुर्माने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इससे शहर को स्वच्छ बनाने में बड़ी मदद मिलेगी। साथ ही गंगा की सफाई के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए गंगा मंथन प्रतियोगिता कराई जाएंगी। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को स्वच्छ भारत मिशन की जानकारी दी जाएगी। लोगों को मैसेज और सफाई के प्रति स्लोग्न भी भेजे जाएंगे। इसके लिए अलग से साढ़े तीन लाख रुपये खर्च भी होंगे। इसके अतिरिक्त वाहनों, कूड़ेदानों की मरम्मत आदि पर भी नगर पालिका जोर दे रही है।

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स्वच्छ सिटी प्लान हो रहा तैयार -

शासन द्वारा नगर में स्थित समस्त व्यापारिक संस्थाओं, अस्पतालों, बरात घरों, धार्मिक स्थलों आदि का सर्वे कर डाटा एंट्री एवं मैप आदि मांगे गए हैं। जिसके बाद 9.18 लाख से स्वच्छ सिटी प्लान तैयार कराया जाएगा।

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सामुदायिक शौचालयों पर 65 लाख होंगे खर्च -

शहर में जगह-जगह नौ स्थानों पर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाएगा। यह शौचालय महिला, पुरुष और दिव्यांगों के लिए बनेंगे। इस पर 65 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।

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बायोमिट्रिक उपस्थिति से सुधरेगी सफाई व्यवस्था -

मोहल्लों में सफाई कर्मचारियों के ड्यूटी पर न जाने की शिकायतें बहुत अधिक हैं। शासन स्तर तक यह शिकायतें हुई हैं। जिसके बाद अब सभी 41 वार्डों में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमिट्रिक तरीके से लगेगी। इस पर 4.83 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों को एमआइएस के माध्यम से वेतन दिया जाएगा।

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वाहनों पर नजर के लिए जीपीएस और डिस्पले -

शहर में सफाई वाहन किस स्थान पर कार्य कर रहे हैं। इस पर नजर रखने के लिए 8 नए वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगवाने और एक साल के सर्वर चार्ज पर 1.87 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा शहर में कूड़ा उठाने वाले वाहनों की मॉनिटरिग हेतु एक एलईडी डिस्पले लगाया जाएगा। ऑनलाइन मॉनिटरिग के लिए 68 हजार रुपये खर्च होंगे।

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डलाव घर बनेंगे कूड़ा निस्तारण केंद्र -

शहर में स्थित सभी डलाव घरों (अस्थायी कूड़ा घर) पर टीन शेड लगवाए जाएंगे। इन सेंटरों को सेग्रिगेशन सेंटर (कूड़े को अलग-अलग कर निस्तारण करने) के रूप में विकसित किया जाएगा। 8 स्थानों पर 28.96 लाख रुपये खर्च करने की तैयारी है।

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सिकंदर गेट पर होगी कूड़े की प्रोसेसिग -

कूड़े की प्रोसेसिग डी-सेंटरलाइज्ड किए जाने के लिए सिकंदर गेट स्थित पालिका की भूमि पर प्रोसेसिग प्लांट लगाने और भूमि की बाउंड्री एवं टीन शेड आदि के लिए 35.67 लाख खर्च होंगे।

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क्या कहते हैं पालिकाध्यक्ष -

शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए नगर पालिका के सभासद, अधिकारी और कर्मचारी सभी निरंतर कार्य कर रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कई प्रस्ताव पास हुए हैं। सभी प्रस्तावों पर काम शुरू हो गया है। शहर की साफ और स्वच्छ बनाने के लिए नगरवासी भी इसमें सहयोग करें।

- प्रफुल्ल सारस्वत, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद

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