हमीरपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों का बेरहमी से कत्ल, पड़ोसी तक न सुन सके चीख

हमीरपुर कल देर शाम को परिवार के पांच लोगों की हत्या से फिर सुर्खियों में है। यहां पर रानी लक्ष्मीबाई मोहल्ले में मुस्लिम परिवार के पांच लोगों की पत्थर के प्रहार से हत्या कर दी गई।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Fri, 28 Jun 2019 09:35 AM (IST) Updated:Fri, 28 Jun 2019 12:12 PM (IST)
हमीरपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों का बेरहमी से कत्ल, पड़ोसी तक न सुन सके चीख
हमीरपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों का बेरहमी से कत्ल, पड़ोसी तक न सुन सके चीख

हमीरपुर, जेएनएन। बालू के अवैध खनन के मामले में चर्चित हमीरपुर कल देर शाम को एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से फिर सुर्खियों में है। यहां पर रानी लक्ष्मीबाई मोहल्ले में मुस्लिम परिवार के पांच लोगों की पत्थर के प्रहार से हत्या कर दी गई है। इस बड़े मामले को डीजीपी ओपी सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि पांच थाना की फोर्स को इस हत्याकांड का राजफाश करने में लगाया गया है।

रानी लक्ष्मीबाई मोहल्ला निवासी नूरबख्श बड़े पुत्र नफीस के बेटे के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पत्नी व बहू के साथ बागी गांव गए हुए थे। इसी बीच उन्हें घर में मौजूद छोटे बेटे 27 वर्षीय रईस व 25 वर्षीय उसकी पत्नी रोशनी, चार वर्षीय बेटी आलिया, 15 वर्षीय भांजी रोशनी और उसकी 85 वर्षीय दादी शकीना की हत्या होने की खबर मिली। कलेक्ट्रेट की सेवा से रिटायर्ड चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नूरबख्श के घर में मरने वालों में नूरबख्श की मां, बेटा, बहू, पोती और नवासी हैं।

नूरबख्श आनन-फानन वापस लौटे तो देखा कि रईस व उसकी दादी शकीना के शव गैलरी में पड़े थे। बेटी आलिया और पत्नी रोशनी का शव बेड पर लहूलुहान हालत में मिला जबकि भांजी का शव अलग कमरे में था। पांच शव देखकर परिजन के होश उड़ गए और कोहराम मच गया। मोहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई। देर शाम सामूहिक हत्या कैसे हुई और किसने की, यह सवाल उलझे हुए हैं। यहां आस-पड़ोस रहने वालों को वारदात का पता तब चला जब एक पड़ोसी ने करीब आठ बजे एक शव दरवाजे से आधा बाहर पड़े देखा। कई थानों की पुलिस के साथ आला अधिकारी छानबीन में जुटे हैं।

हत्याकांड में चौंकाने वाली बात यह कि सभी के शव घर अलग-अलग हिस्से में पड़े थे। घटनास्थल को देखकर ऐसा लग रहा था कि सभी की हत्या धारदार हथियार और पत्थर से कुचलकर की गई है। इतना ही नहीं सभी बचने का भी प्रयास कर रहे थे। चार वर्ष की मासूम को भी मौत के घाट उतारने से कातिलों के हाथ नहीं कांपे। घर के एक कमरे में नूरबख्श की बहू रोशनी और उसकी बेटी का खून से लथपथ शव पड़ा था। पीछे की ओर फर्श पर नूरबख्श के बेटे रईस, मां शकीना और नवासी रोशनी के शव पड़े थे। हत्या में धारदार हथियारों व हथौड़े का इस्तेमाल किया गया। घर के बगल में सीसीटीवी कैमरा लगा है। पुलिस जल्द इसके फुटेज को खंगाल आरोपितों का पता लगाने की बात कह रही है।

मोहल्ला कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग के ठीक किनारे है। वाहनों का भारी दबाव होता है। संभवत: घर से गूंजती चीखें वाहनों के शोर में दब गईं। सीधे हाईवे से होकर कातिलों को भागने में भी देर न लगी। जिस घर में वारदात हुई, उसके बगल घर में ताला लगा हुआ था, उससे सटा एक खंडहर है। ऐसे में घर आने-जाने वालों को देखने वाला कोई नहीं था। सामूहिक हत्याकांड की खबर जैसे शहर में आग की तरह फैली, हर कोई सन्न रह गया।

एसपी हेमराज मीणा, एएसपी संतोष कुमार सिंह तथा सीओ सदर अनुराग सिंह समेत कोतवाली प्रभारी केपी सिंह भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और जांच शुरू की। घटना से पूरे शहर में सनसनी मची हुई है। इस बाबत एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि जांच पड़ताल की जा रही है। अभी कुछ भी कहना उचित नहीं है। पूरे घर की तलाशी ली जा रही है। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि पांचों के शव घर में ही मिले हैं। प्रथम दृष्टया मामला आपसी रंजिश का लग रहा है। पुलिस मामले की जांच में लगी है। हम जल्दी ही इसका राजफाश कर देंगे। पुलिस को शक है कि हत्या में किसी नजदीकी का हाथ हो सकता है। जांच करने पहुंची एक्सपर्ट्स की टीम के मुताबिक हमलावर एक दो नहीं बल्कि चार से पांच थे। उन्हें पता था कि घर में पांच ही सदस्य हैं।

संपत्ती विवाद में हत्या की चर्चा

हत्या की जानकारी के बाद वहां पर काफी लोग एकत्र हो गए। कुछ लोग दबी जुबान में कहते पाए गए कि रिटायरमेंट के बाद मिले पैसे को लेकर हत्या हुई है। दरअसल नूरबख्श ने दो शादियां की थी। पहली पत्नी से एक बेटा है। नूरबख्श की पहली पत्नी, बेटा और बहू अलग रहते हैं।  

हथौड़ा और सिल के बट्टे से सिर पर किया गया वार 

हत्या में धारदार हथियार के साथ ही हथौड़ा और सिल के बट्टे के इस्तेमाल की बात सामने आ रही है। जहां पर शकीना का शव मिला, उसी के पास हथौड़ा बरामद हुआ। उस पर खून का निशान मिला। इसके अलावा खून से सना बट्टा भी बरामद हुआ है। पुलिस ने दोनों को आला कत्ल मानते हुए अपने कब्जे में ले लिया है। 

एक लड़की को पूछताछ के लिए ले गई पुलिस

छानबीन के बाद पुलिस मौके पर मौजूद एक लड़की को साथ ले गई है। उससे गहन पूछताछ होगी। माना जा रहा है कि लड़की के जरिए वारदात से जुड़े सवालों से पर्दा हट सकता है। साथ ही वारदात स्थल पर एक महिला बेहोश होकर गिर गई। उसको आनन फानन अस्पताल ले जाया गया। 

डीएम ने कराया रूट डायवर्जन, जांच को डीआइजी भी पहुंचे

डीएम अभिषेक प्रकाश ने मौके पर जाकर घटनास्थल का जायजा लिया और रूट डायवर्जन के आदेश दिए ताकि किसी भी तरह की जाम की स्थिति पैदा न हो सके। देर रात बांदा से डीआइजी एके राय भी घटनास्थल पहुंच गए और पूछताछ शुरू की। दूसरी ओर भाजपा के दर्जा प्राप्त मंत्री बाबूराम निषाद और चेयरमैन कुलदीप निषाद भी मौके पर पहुंचे और परिवार को शांत कराया।

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