बस्ती में लगातार बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर, बांध क्षतिग्रस्त, गावों में घुसा पानी

पहले से ही खतरे के निशान के ऊपर बह रही सरयू के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे बंधों पर पानी का दबाव बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Aug 2018 05:30 PM (IST) Updated:Tue, 28 Aug 2018 05:30 PM (IST)
बस्ती में लगातार बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर, बांध क्षतिग्रस्त, गावों में घुसा पानी
बस्ती में लगातार बढ़ रहा सरयू नदी का जलस्तर, बांध क्षतिग्रस्त, गावों में घुसा पानी

गोरखपुर : बस्ती में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से गांवों में पानी घुसना शुरू हो गया है। तटवर्ती गांवों में बाढ़ का संकट भी मड़राने लगा है। इसके मद्देनजर प्रशासनिक सक्रियता बढ़ गई है। नदी खतरे के निशान 92.73 मीटर से 48 सेमी ऊपर 93.21 मीटर पर बह रही है। पूर्व में जिन गांवों से पानी निकल गया था उन गांवों में फिर से पानी घुसने लगा है।

जनपद के दुबौलिया ब्लाक के खजांचीपुर का पुरवा, विशुनदासपुर का पुरवा, मोजपुर का एक घर, देवारागंगबरार, एहतमाली, केवाड़ी गांव के तीन घरों में पानी घुस रहा है। टेढ़वा, सुबिखाबाबू, अशोकपुर का पुरवा के लोग घरों से निकल नहीं पा रहे हैं। गांव के चारो तरफ बाढ़ का पानी लगा हुआ है। दुबौलिया क्षेत्र के कटरिया-चांदपुर तटबंध पर ठोकर संख्या 3 का 5 मीटर नोज कटकर बह गया। बारह बजे से 3 बजे तक कटान रोकने का प्रयास किया गया। तीन बजे के बाद जब नदी शांत हुई तो लोगों ने रहात की सांस ली। मरम्मत कार्य लगातार किया जा रहा है। चांदपुर गांव से सटे 3 नंबर ठोकर के पास तटबंध पर बनाया गया बोरियों का दस मीटर बेस नदी में समा गया है। यहां नदी लगातार दबाव बनाए हुए है। यहां पर दिन में 11 बजे एक बार फिर कटान शुरू हो गई। एक मीटर चौड़ाई तथा 50 मीटर लंबाई में मुख्य तटबंध कटकर नदी की धारा में समा गया। चांदपुर गांव में अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष दुबौलिया पंकज गुप्ता ने लोगों को शांत किया तथा तटबंध बचाने के लिए मदद की अपील की। मौके पर पहुंचे एसडीएम शिव प्रताप शुक्ल ने हालात का जायजा लिया। काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। तटबंध पर कीचड़ हो जाने से ट्रैक्टर-ट्राली पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। बाद में ईंट के टुकड़े डाल कर रास्ता दुरुस्त किया गया उसके बाद कटान स्थल पर सामान पहुंचने लगा। नदी का दबाव बरकरार है। विक्रमजोत क्षेत्र में तटबंध विहीन आधा दर्जन से अधिक गांवों के किनारे लगातार कटान हो रही है। आबादी की जमीन कट कर नदी में समा रही है। 70 मीटर क्षतिग्रस्त हुआ कलवारी-रामपुर तटबंध

बस्ती में कलवारी-रामपुर तटबंध पर पिपरपाती व मटियरिया गांव के सामने सरयू नदी में फिर कटान शुरू हो गई। पुराना ठोकर संख्या एक और नया ठोकर संख्या तीन के बीच हुई कटान में 70 मीटर तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया। ठोकर संख्या एक का नोज भी बह गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। जिलाधिकारी डा. राजेशखर ने तटबंध का निरीक्षण किया। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता डीके त्रिपाठी ने बताया कि नदी की धारा सीधे तटबंध पर टकरा रही है। जिस वजह से यहां कटान हो रही है। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद कटान को काबू में कर लिया। मजदूरों व जेसीबी द्वारा कटान स्थल पर बोरियों में ईंट भरकर डाली जा रही है। बोल्डर भी डाला जा रहा है। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान कहा कि किसी भी दशा में तटबंध को सुरक्षित रखा जाए। बंधे पर रेनकट दिखने पर डीएम तत्काल उन्हें दुरुस्त करने का आदेश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि जैसे ही अनुरक्षण मद में धन आता है तो तत्काल इनका भुगतान कराया जाए। अफवाहों पर ध्यान न दें माझा के लोग : विधायक

कलवारी-रामपुर तटबंध पर हो रही कटान का निरीक्षण करने पहुंचे महादेवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रवि सोनकर ने कहा कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है। कहीं किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। माझा क्षेत्र के लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। तटबंध की सुरक्षा के लिए बाढ़ खंड व प्रशासन के अधिकारी मुस्तैद हैं। तटबंध की मरम्मत लगातार हो रही है। धन की कोई कमी नहीं है। लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन चौकस है। बाढ़ चौकियों पर तैनात किए पशु चिकित्सक

बस्ती जिले में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पशुओं के उपचार और टीकाकरण के लिए पशुपालन विभाग की ओर से बाढ़ चौकियों पर पशु चिकित्सक, पशुधन प्रसार अधिकारी, वेटनरी फार्मासिस्ट और चतुर्थश्रेणी कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इन्हे बाढ़ चौकियों पर मौजूद रहकर बाढ़ प्रभावित इलाकों के मवेशियों का उपचार करने का निर्देश दिया गया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. अश्वनी कुमार तिवारी ने जिले के सभी 31 बाढ़ चौकियों पर पशुपालन विभाग की टीम तैनात कर दी है। हर्रैया तहसील में 13, बस्ती सदर, भानपुर में 6 और रुधौली में 2 बाढ़ चौकी स्थापित की गई है।

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