कालेजों में रहेगी यह व्यवस्था तभी बनेंगे परीक्षा केंद्र, अब हो गई नई व्यवस्था

विश्वविद्यालय ने परीक्षा केंद्र बनाने के लिए मानक तय कर दिया है। अब जिस कालेज में रिकार्डरयुक्त कैमरा रहेगा, वही परीक्षा केंद्र बनेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Dec 2018 04:29 PM (IST) Updated:Wed, 12 Dec 2018 04:29 PM (IST)
कालेजों में रहेगी यह व्यवस्था तभी बनेंगे परीक्षा केंद्र, अब हो गई नई व्यवस्था
कालेजों में रहेगी यह व्यवस्था तभी बनेंगे परीक्षा केंद्र, अब हो गई नई व्यवस्था

गोरखपुर, जेएनएन। महाविद्यालयों में नकल पर नकेल के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने मानकों को और कड़ा बना दिया है। अब तक सीसीटीवी युक्त कॉलेजों को ही परीक्षा केंद्र बनाने का नियम था, लेकिन अब उन कॉलेजों को केंद्र बनाया जाएगा, जहां वायस रिकार्डर युक्त कैमरा न केवल लगा हो बल्कि वह अनिवार्य रूप से चालू हो। यह कैमरे सभी कक्ष और स्ट्रांग रूम में लगाने होंगे। इतना ही नहीं रिकार्डिग को कम से कम 60 दिन तक सुरक्षित रखने की व्यवस्था भी करनी होगी।

मंगलवार को परीक्षा विभाग की परीक्षा केंद्र बनाने के लिए जारी दिशा-निर्देश में इस नया व्यवस्था प्राथमिकता से लागू करने की बात कही गई है।

परीक्षा केंद्र बनाए जाने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी अन्य मानकों के मुताबिक अब महाविद्यालय प्रबंधन को मुख्य द्वार पर लोहे का गेट लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि महाविद्यालय तक चार पहिया वाहन को पहुंचने में कोई समस्या न आए। दिशा-निर्देश के मुताबिक परीक्षा के दौरान 24 घंटे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और सुरक्षा कर्मी की मौजूदगी सुनिश्चित करनी होगी और ऐसे सभी कर्मचारियों का नाम, पता, मोबाइल नंबर विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा। ऐसे ही महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा, जो प्रति पाली कम से कम 500 विद्यार्थियों की परीक्षा कराने की आधारिक संरचना से युक्त हों। परीक्षा केंद्र पर स्ट्रांग रूम को लेकर भी परीक्षा विभाग ने सख्त निर्देश जारी किया है। वहीं महाविद्यालय परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे, जहां चैनल सहित मजबूत दरवाजा, गिल लगी खिड़की और डबल लॉक वाली दो आलमारियां हों। महाविद्यालय कक्ष पर्यवेक्षक का कार्य आसपास के हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों और अन्य महाविद्यालयों के शिक्षकों और सेवानिवृत्त शिक्षकों से ले सकेंगे, लेकिन इसके लिए उन्हें उनकी सूची का विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुमोदन लेना होगा। मानक के अनुसार परीक्षा के दौरान केंद्राध्यक्ष को छोड़कर कोई भी व्यक्ति मोबाइल नहीं रख सकेगा। परीक्षा नियंत्रक के अनुसार मानक पूरा करने वाले महाविद्यालयों की परीक्षा केंद्र के रूप में प्रस्तावित सूची 20 जनवरी तक जारी कर दी जाएगी। उसके बाद महाविद्यालयों को आपत्ति जारी दर्ज कराने का अवसर दिया जाएगा। यदि कोई आपत्ति आती है तो उस पर परीक्षा केंद्र निर्धारण समिति विचार करेंगी और उसके बाद समिति की सहमति से परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी की जाएगी। परीक्षा केंद्र बनने के इच्छुक महाविद्यालयों को आवेदन के लिए पांच जनवरी तक का वक्त दिया गया है।

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