राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रतियोगिता में परचम लहराइएंगी सिद्धार्थनगर की दो बेटियां

विज्ञान एवं संचार प्राद्यौगिकी परिषद् भारत सरकार द्वारा आयोजित 29वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के विज्ञान प्रोजेक्ट प्रस्तुतिकरण में राज्य स्तर पर सिद्धार्थनगर की दो बेटियां चयनित हुई है़। अब ये राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करेंगी।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Thu, 30 Dec 2021 04:50 PM (IST) Updated:Thu, 30 Dec 2021 04:50 PM (IST)
राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रतियोगिता में परचम लहराइएंगी सिद्धार्थनगर की दो बेटियां
राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रतियोगिता में परचम लहराइएंगी सिद्धार्थनगर की दो बेटियां। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विज्ञान एवं संचार प्राद्यौगिकी परिषद् ,भारत सरकार द्वारा आयोजित 29वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के विज्ञान प्रोजेक्ट प्रस्तुतिकरण में राज्य स्तर पर सिद्धार्थनगर की दो बेटियां चयनित हुई है़। अब ये राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करेंगी। अनामिका श्रीवास्तव व करिश्मा दोनों डुमरियागंज विकास खंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय जखौली की छात्रा हैं।

राज्‍य स्‍तर पर चयनित किए गए हैं 28 बाल वैज्ञानिक

वोलेंट्री इंस्टिट्यूट फ़ॉर कम्युनिटी एप्लाइड साइन्स (विकास) प्रयागराज के तत्वावधान में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, भारत सरकार द्वारा वर्चुअल संचालित 29वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का परिणाम 29 दिसंबर को घोषित किया गया। संस्था निदेशक डा. सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 18 ज़िलों में से राज्य स्तर पर कुल 28 बाल वैज्ञानिक समूहों का चयन किया गया है इसमें से सिद्धार्थनगर से एक समूह का चयन किया गया है़।

पांच दिवसीय वर्चुअल बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रतिभाग करेंगी बेटियां

एक से 5 फरवरी 2022 के मध्य आयोजित 5 दिवसीय वर्चुअल राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में अपने-अपने प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत करेंगे। कहा कि विभिन्न जिलों में 174 प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 336 बाल विज्ञानियों का चयन राज्य स्तरीय आयोजन में हुआ था। जिसमें 161 जूनियर तथा 165 सीनियर ग्रुप से थे,जिनमे से फाइनल राउंड में 18 जिलों से 28 प्रोजेक्ट्स के माध्यम से 56 बाल विज्ञानी समूहों का चयन राष्ट्रीय आयोजन के लिये किया गया है।

लंबे इंतजार के बाद सिद्धार्थनगर को मिली उपलब्धि

जिला समन्वयक घनश्याम उपाध्याय ने बताया कि जनपद सिद्धार्थनगर के लिए बहुत दिनों बाद ये विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त हुई है। जनपद को छात्राओं ने राज्य स्तर पर अपना प्रोजेक्ट "पके हुए भोजन की बर्बादी को रोकने का प्रबन्धन" नामक शीर्षक के रुप में प्रस्तुत किया था जिसे छात्राओं ने अपनी मार्गदर्शक शिक्षिका अन्वेषिका के मार्गदर्शन एवं जिला एकेडमिक समन्वयक एवं विज्ञान अध्यापक अभिषेक कुमार के सहयोग से कियाl

बेटियों ने बनाया है भोजन की बर्बादी रोकने के क्‍ले रेफ्रीजरेटर

इस प्रोजेक्ट में छात्राओं ने नवाचारी तरीकों से भोजन की बर्बदी को रोकने के लिए शून्य निवेश पर "क्ले रेफ्रीजिरेटर" का भी निर्माण किया,जिससे खाने की बर्बादी को रोका जा सके l राज्य स्तर पर इस इनोवेटिव प्रोजेक्ट और छात्राओं के प्रस्तुतिकरण की खूब सराहना हुई l

सब दे रहे बटियों को बधाई

इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी दीपक मीणा,मुख्य विकास अधिकारी श्पुलकित गर्ग, डायट प्राचार्य/उप-शिक्षा निदेशक उपेन्द्र कुमार,जिला विधालय निरीक्षक अवधेश नारायण मौर्य,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पाण्डेय, जिला समन्वयक(प्रशिक्षण) सुभाष चन्द्र शुक्ल, जिला समन्वयक(बालिका शिक्षा) सुरेन्द्र श्रीवास्तव, जिला समन्वयक(निर्माण) रितेश श्रीवास्तव ,एसआरजी अंशुमान सिंह,अपूर्व श्रीवास्तव,दयाशंकर पाण्डे,शिक्षक संगठनों के राधेरमण त्रिपाठी, योगेंद्र पांडेय, अरुणेंद्र त्रिपाठी ,महामंत्री कलीमुल्लाह,मस्तराम चौधरी,काजी तालिब हुसैन,नसीम अहमद, मिर्जामहबूब,जनार्दन शुक्ला,अरविंद गुप्ता, दुर्गेश मिश्रा आदि ने छात्राओं व विद्यालय स्टाफ के प्रयास की सराहना की है।

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