गोरखपुर की महिलाओं ने लिखकर बताई पीड़ा, हमें चाहिए 'अपनी जगह Gorakhpur News

महिलाओं की सहूलियत के लिए बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर पिंक टायलेट होना जरूरी है। टायलेट में ही एक ऐसा कमरा हो जहां महिलाएं अपने नवजात को आराम से दूध पिला सकें।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 11:01 AM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 11:01 AM (IST)
गोरखपुर की महिलाओं ने लिखकर बताई पीड़ा, हमें चाहिए 'अपनी जगह Gorakhpur News
गोरखपुर की महिलाओं ने लिखकर बताई पीड़ा, हमें चाहिए 'अपनी जगह Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। 'अपनी जगह के लिए परेशान महिलाओं और युवतियों ने अपनी पीड़ा शब्दों में बयां किया। बताया कि मुश्किल समय में वह कितने कष्ट से गुजरती हैं। गोद में कलेजे का टुकड़ा भूख से बिलखता है लेकिन लोक-लाज के कारण उसे दूध भी नहीं पिला सकती हैं। घंटों यूरिन रोकने से पथरी भी हो जा रही है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। बाजारों में सबसे ज्यादा खरीदार महिलाएं हैं लेकिन हमारी दिक्कतों की सुधि नहीं ली जा रही है।

हस्‍ताक्षर अभियान की सराहना

दैनिक जागरण के अभियान 'अपनी जगह के तहत पंत पार्क में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। भारी संख्या में पहुंची महिलाओं और युवतियों ने अभियान की सराहना की और जिम्मेदारों से मांग की कि महिलाओं की सहूलियत के लिए बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर पिंक टायलेट होना जरूरी है। टायलेट में ही एक ऐसा कमरा हो जहां महिलाएं अपने नवजात को आराम से दूध पिला सकें।

समाज के सभी वर्गों को आगे आने की जरूरत

महिलाओं ने 'अपनी जगह के लिए आवाज उठाते हुए कहा कि नारी स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए यह अभियान बहुत ही अच्‍छा है। ऐसी सुविधाओं की मांग लिए न सिर्फ महिलाओं वरन समाज के सभी लोगों को आगे आना चाहिए।

सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगे

महिलाओं ने कहा कि बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए पिंक टायलेट की व्यवस्था के साथ ही सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन, सेनेटरी नैपकिन इंसीनिरेटर मशीन भी लगाई जाए। ताकि जरूरत पर महिलाएं सेनेटरी नैपकिन ले सकें और इस्तेमाल किए गए सेनेटरी नैपकिन को इंसीनिरेटर में डालकर नष्ट कर सकें। महिलाओं के लिए यूरिनल की व्यवस्था ज्यादा से ज्यादा स्थानों पर होनी चाहिए। जहां व्यवस्था हो वहां महिला कर्मचारी की तैनाती होनी चाहिए। ताकि महिलाएं और युवतियां बेझिझक वहां जा सकें।

स्वच्‍छता होनी चाहिए

महिलाओं का कहना है कि शहर में जिन चंद स्थानों पर महिलाओं के लिए यूरिनल की व्यवस्था है वहां महिलाएं जा ही नहीं सकतीं। इन स्थानों पर बाहर कूड़े का ढेर रहता है और अंदर गंदगी। कई यूरिनल का इस्तेमाल पुरुष धड़ल्ले से करते हैं। यहां इतनी गंदगी रहती है कि इस्तेमाल करने पर इंफेक्शन होना तय है।

इन्होंने किया हस्ताक्षर

वीना वर्मा, रश्मि सिंह, रेनू सहगल, शशि, चित्रा देवी, संगीता रुंगटा, निधि श्रीवास्तव, सुनीषा श्रीवास्तव ,आराधना गुप्ता, विनीता त्रिपाठी, माया श्रीवास्तव, अर्चना सिंह, रीना श्रीवास्तव, सुनीता पांडे, रश्मि निधि, उपासना गुप्ता, मधुमिता, रितिका लालवानी, मनीषा सिंह ,मधुलिका, रुचि श्रीवास्तव, संध्या त्रिपाठी, चिंता सिंह, रीना, मिक्की गुप्ता।

जागरण 'अपनी जगह एक्टिविटी से जुड़ें

दैनिक जागरण 'अपनी जगह एक्टिविटी से जुडऩे और अपनी समस्या साझा करने के लिए रोजाना सुबह सात बजे से 11 बजे तक आरजे प्रीति के साथ बने रहें रेडियो सिटी 91.9 एफएम पर। शो के दौरान आप इस नंबर पर काल भी कर सकती हैं- 0551-2320919

समय-समय पर बदलते रहें सेनेटरी नैपकिन

महिलाओं की स्वच्‍छता पर काम करने वाली मोहद्दीपुर की संध्या मोहंती का कहना है कि पीरियड के दौरान समय-समय पर महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन बदलते रहना चाहिए। संध्या कहती हैं कि शहर में सबसे ज्यादा दिक्कत जगह को लेकर है। वह बाजार में आने वाली महिलाओं से बात करती हैं तो वह कहती हैं कि शहर में ऐसी कोई जगह ही नहीं है जहां वह अपने पैड बदल सकें। देर तक पैड न बदल पाने के कारण कई को तो इंफेक्शन भी हो जाता है। संध्या कहती हैं कि पीरियड के दौरान सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल जरूर करें, अंत: वस्त्रों को धूप में सुखाएं, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, समय-समय पर पैड बदलते रहें, किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।

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