बदल जाएगी कछार क्षेत्र की शैक्षित सूरत, सरकार ने खोला खजाना

मेहदावल विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के लिए बड़ी खुशखबरी है। यहां एक नर्सिंग कालेज, दो इंटर कालेज व एक गल्र्स डिग्री कालेज के खुलने का रास्ता साफ हो गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 12 Feb 2019 01:52 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 09:46 AM (IST)
बदल जाएगी कछार क्षेत्र की शैक्षित सूरत, सरकार ने खोला खजाना
बदल जाएगी कछार क्षेत्र की शैक्षित सूरत, सरकार ने खोला खजाना

संत कबीरनगर, अतुल मिश्र। मेहदावल विधानसभा क्षेत्र सहित जिले के लिए बड़ी खुशखबरी है। यहां एक नर्सिंग कालेज, दो इंटर कालेज व एक गल्र्स डिग्री कालेज के खुलने का रास्ता साफ हो गया है। प्रदेश सरकार की संस्तुति पर केंद्र सरकार ने परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान कर दी है। एक वर्ष पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने विधायक राकेश सिंह बघेल के प्रस्ताव पर सभी परियोजनाओं के लिए भूमि उपलब्ध करवाई थी। प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए विद्यालय खोले जाने को लेकर प्रस्ताव मांगा गया था।

चिलवनखोर में खुलेगा नर्सिंग कालेज

चिलवनखोर में नर्सिंग कालेज निर्माण के लिए 11 करोड 50 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। परियोजना के लिए तीन करोड़ 45 लाख रुपये निर्गत किए गए हैं। इसके खुलने से युवाओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा।

गोपालपुर व लोहरसन में खुलेगा इंटर कालेज

सांथा विकास खंड के गोपालपुर व लोहरसन में राजकीय इंटर कालेज का निर्माण होगा। प्रत्येक कालेज के लिए चार करोड़ 18 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। इसके लिए एक करोड़ 25 लाख रुपये निर्गत किए गए हैं।

पटना खास में बनेगा गल्र्स डिग्री कालेज

धर्मङ्क्षसहवा क्षेत्र के पटना खास में गल्र्स डिग्री कालेज का निर्माण होगा। इसके लिए नौ करोड़ 42 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। प्रथम किस्त दो करोड़ 42 लाख रुपये निर्गत किए गए हैं।

शिक्षा व्यवस्था को लगेगा पंख : विधायक

विधायक राकेश ङ्क्षसह बघेल ने बताया कि नर्सिंग कालेज, इंटर कालेज व गल्र्स डिग्री कालेज के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। अब मंजूरी मिल गई है तो सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद निर्माण शुरू कराया जाएगा।

सभी परियोजनाओं को मंजूरी : संयुक्त निदेशक

अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडेय ने बताया कि सभी परियोजनाओं को मंजूरी मिल गई है।

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