India-nepal border: भारत के रास्ते नेपाल में शरण लेने पहुंचे सात अफगानी पकड़े गए
India-nepal border भारत के रास्ते नेपाल पहुंचे सात अफगानी नागरिकों को काठमांडू में पकड़ा गया है। भारत से सोनौली बार्डर के रास्ते प्रवेश किए दो अफगानी 19 अक्टूबर व 15 सितंबर को काठमांडू में पकड़े गए। वह अपने आप को शरणार्थी बता रहे हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। नेपाल की राजधानी काठमांडू व उसके आसपास के क्षेत्र में रह रहे अफगानिस्तान के नागरिकों की तलाश में नेपाल प्रशासन जुट गया है। अब तक सात अफगानी पकड़ कर नेपाल आब्रजन विभाग के हवाले किए गए हैं। अफगानिस्तान में हुए तालिबान के कब्जे के बाद वहां के लोग विभिन्न देशों में शरण के लिए भटक रहे हैं। भारत से सोनौली बार्डर के रास्ते प्रवेश किए दो अफगानी 19 अक्टूबर व 15 सितंबर को काठमांडू में पकड़े गए। वह अपने आप को शरणार्थी बता रहे थे। लेकिन उनके पास संयुक्त राष्ट्र का कोई शरणार्थी पहचान पत्र नहीं था।
जुर्माना लगाकर नेपाल से किया जाएगा बाहर
इसके बाद मामला विदेश मंत्रालय व नेपाल सरकार के कैबिनेट के पास विचाराधीन था। पांच अन्य अफगानी भी अवैध रूप से रहते पकड़े गए जो कि भारत के रास्ते नेपाल पहुंचे हैं। नेपाल सोमवार को इस मुद्दे पर हुई अहम बैठक के बाद गृह विभाग व उच्चायोग कार्यालय ने शरण लिए अफगानी नागरिकों को अवैध घोषित करने का फैसला लिया है। उन पर जुर्माना लगा कर नेपाल से निकाले जाने की कवायद शुरू हो गई है। अन्य अफगानी की तलाश में भी जगह-जगह छापेमारी का सिलसिला शुरू हो गया है। साथ ही भारतीय सीमा पर चौकसी बढ़ाते हुए अवैध रूप से आ रहे अफगान नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश नेपाल प्रशासन ने जारी किए हैं।
अफगान नागरिकों को निर्वासित करेगा नेपाल
नेपाल आब्रजन विभाग के महानिदेशक नारायण प्रसाद भट्टराई का कहना है कि अवैध रूप से प्रवास लिए अफगानिस्तान के नागरिकों पर आब्रजन कानून के तहत जुर्माना लगाकर उन्हें निर्वासित करने की तैयारी की जा रही है।
भैरहवा तक नि:शुल्क जा सकेंगे भारतीय वाहन
उधर, नेपाल सीमा खुले करीब एक माह हो गया, लेकिन भैरहवा तक भारतीय चार पहिया और दो पहिया के लिए निश्शुल्क सुविधा पास की सेवा भंसार कार्यालय से अभी शुरू नहीं किया गया। जिसको लेकर भारतीय नागरिकों में आक्रोश के स्वर फूटने लगे थे। नेपाल भंसार कर्मियों के सुविधा न करने की शिकायत आलाधिकारियों तक पहुंचने लगी थी। इस बीच भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिला कार्य समिति सदस्य जितेंद्र जायसवाल के नेतृत्व में भैरहवा भंसार कार्यालय चीफ से मिलकर पूर्व की भांति भैरहवा तक भारतीय कार और बाइक को सुविधा देने की मांग की गई।
लोगों ने कहा सुविधा नहीं मिलने से नौतनवा सोनौली सहित सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को काफी असुविधा हो रही है। जबकि नेपाली वाहनों को भारत सरकार ने नौतनवा तक छूट दे रखी है। दूसरी तरफ भंसार कार्यालय चीफ ने मामले को संज्ञान लेते हुए भारतीय कार और बाइक का भैरहवा तक निश्शुल्क सुविधा पास बनाना शुरू कर दिया है।