गोरखपुर में पांच करोड़ से सुधरेगी सड़कों की दशा, 1520 किमी सड़कों के भरे जाएंगे गड्ढे

गोरखपुर में 1520 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत शुरू हो चुकी है। इसमें 1182 किमी सड़कें गांवों की हैं। 338 किमी सड़कें शहर व आसपास के क्षेत्रों की हैं। पैङ्क्षचग का कार्य शुरू हो चुका है। नवंबर तक कार्य पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 01:30 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 09:35 PM (IST)
गोरखपुर में पांच करोड़ से सुधरेगी सड़कों की दशा, 1520 किमी सड़कों के भरे जाएंगे गड्ढे
गोरखपुर की सड़कों की मरम्‍मत पर पांच करोड़ रुपये खर्च होंगे। - फाइल फोटो

गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। बाढ़ व बारिश से खराब हो चुकी सड़कों के लिए फिरने वाले हैं। अब यात्रियों को हिचकोले नहीं खाने पड़ेंगे। यात्रा सुगम हो जाएगी। 1520 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत शुरू हो चुकी है। इसमें 1182 किमी सड़कें गांवों की हैं। 338 किमी सड़कें शहर व आसपास के क्षेत्रों की हैं। पैङ्क्षचग का कार्य शुरू हो चुका है। नवंबर तक कार्य पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है।

गांवों में 344 व शहर में खर्च किए जाएंगे 161 लाख रुपये

शहर की दो सड़कें, छात्रसंघ चौराहा से घोष कंपनी व ट्रांसपोर्ट नगर से रीड्स धर्मशाला तक, ठीक करा दी गई हैं। इसके अलावा शहर के बाहर व ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर एक अक्टूबर से काम शुरू हो चुका है। सभी सहायक अभियंताओं को अपने-अपने क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर हाल में नवंबर तक काम पूरा किया जाना है। अधिशासी अभियंता इसकी निगरानी कर रहे हैं।

19 सड़कों का होगा नवीनीकरण

19 अन्य जिला मार्गों की हालत ज्यादा खराब हो गई है। इसलिए उनकी मरम्मत कराने से काम नहीं चलेगा। इनके नवीनीकरण के लिए 17 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा कुछ अन्य सड़कें जो बाढ़ व बारिश से ज्यादा खराब हो गई हैं, उनके लिए अलग से 99 लाख रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है।

बारिश के चलते कार्य शुरू होने में हुआ विलंब

आमतौर पर माना जाता है कि 25-30 फीसद सड़कें बाढ़ व बारिश से खराब हो जाती हैं। इसलिए इनकी मरम्मत के लिए 505 लाख रुपये का प्रस्ताव मार्च में ही भेज दिया गया था। इसमें 161 लाख शहर के और 344 लाख रुपये ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के लिए हैं। धन अगस्त में ही गया था लेकिन बारिश के चलते सितंबर में कार्य शुरू नहीं हो पाया। एक अक्टूबर से मरम्मत कार्य शुरू किया गया है।

शासन ने अगस्त में ही धन आवंटित कर दिया था। सितंबर से ही कार्य शुरू होना था लेकिन बारिश बाधा बन गई। अब तेजी से कार्य कराया जा रहा है। नवंबर तक सभी सड़कों को ठीक कराने का लक्ष्य रखा गया है। - प्रवीण कुमार अग्रवाल, अधिशासी अभियंता, पीडब्लूडी।

कालीबाड़ी मंदिर के पास की गलियां भी होंगी सीसी

महापौर सीताराम जायसवाल और नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने सोमवार को शहर में मेला मार्गों का निरीक्षण किया। महापौर ने मेला मार्गों पर विशेष सफाई अभियान चलाने के साथ ही नाले व नालियों का सिल्ट निकालने के निर्देश दिए। महापौर ने दुर्गा प्रतिमा वाले पांडालों के आसपास लगातार सफाई के साथ ही पथ प्रकाश की व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा। कालीबाड़ी मंदिर के पूरब और पश्चिम की गलियों को सीसी करने का भी महापौर ने निर्देश दिया।

महापौर और नगर आयुक्त ने दुर्गाबाड़ी, सूरजकुंड, रामलीला मैदान, मानसरोवर मंदिर, गोरखनाथ सब्जी मंडी के पास, धर्मशाला बाजार, रेलवे स्टेशन, कालीबाड़ी आदि मंदिरों का निरीक्षण कर सफाई और अन्य व्यवस्था देखी। पांडाल मार्ग और विसर्जन स्थल तक जाने वाली सड़क के गड्ढों को 24 घंटे के भीतर भरने के निर्देश दिए।

इस दौरान उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा, उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल, मुख्य अभियंता सुरेश चंद, जोनल प्रभारी/सहायक नगर आयुक्त अविनाश प्रताप सिंह, कनिष्ठ प्रभारी स्वास्थ्य अखिलेश श्रीवास्तव, पार्षद बब्लू प्रसाद गुप्ता, बृजेश तिवारी, मो. आरिफ सिद्दीकी आदि मौजूद रहे।

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