Flood in Gorakhpur: नदियों के जलस्तर में कमी जारी, बाढ़ से मुक्त हुए 71 गांव
गोरखपुर में सभी नदियों के जलस्तर में कमी हो रही है। राप्ती नदी का पानी 75.61 मीटर रिकार्ड किया गया। यह नदी खतरे के निशान से केवल 63 सेमी ऊपर रह गई है और जलस्तर में गिरावट जारी है। जिले में अबतक 71 गांव बाढ़ से मुक्त हो चुके हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रित हो रही है। सभी नदियों के जलस्तर में कमी हो रही है। राप्ती नदी का पानी 75.61 मीटर रिकार्ड किया गया। यह नदी खतरे के निशान से केवल 63 सेमी ऊपर रह गई है और जलस्तर में गिरावट जारी है। जिले में अबतक 71 गांव बाढ़ से मुक्त हो चुके हैं। बीमारियों से बचाव के लिए वहां पंचायती राज विभाग की ओर से एंटी लार्वल का छिड़काव तेजी से किया जा रहा है। लोग अपने घरों तक लौटने भी लगे हैं।
बाढ़ प्रभावित गांवों में संचालित की जा रही हैं 457 नाव
शाम चार बजे अयोध्या पुल पर सरयू नदी का जलस्तर 92.57 मीटर दर्ज किया गया। यह नदी खतरे के निशान से नीचे है और जलस्तर कम हो रहा है। इसी तरह तुर्तीपार में नदी का जलस्तर 64.30 दर्ज किया गया। राप्ती नदी का पानी तेजी से निकलने के कारण यहां जलस्तर खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर अधिक है लेकिन जलस्तर अब यहां भी कम हो रहा है। रोहिन नदी चेतावनी बिन्दु के नीचे बह रही है। शहर से सटे क्षेत्र में भी इस नदी का पानी अब तेजी से कम होने लगा है।
तेजी से चल रहा बाढ़ राहत कार्य
बाढग़्रस्त क्षेत्रों में बाढ़ राहत का कार्य तेजी से किया जा रहा है। 3.12 लाख बाढ़ से प्रभावित हैं और अब तक 73600 से अधिक राहत खाद्यान्न किट का वितरण किया जा चुका है। सामुदायिक किचन के जरिए भोजन के आठ हजार पैकेट वितरित किए गए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुविधा के लिए 26 हजार लीटर मिट्टी का तेल वितरित किया गया है। चौरी चौरा तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 80 अस्थायी शौचालय बनाए गए हैं। जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है।