संतकबीरनगर में राप्‍ती ने पार किया लाल निशान, तटवर्ती इलाकों में तेज हुई कटान

संतकबीरनगर जिले के मेहदावल इलाके में बहने वाली राप्‍ती नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुुंच गई है। बाढ की वजह से तटवर्ती इलाकों में कटान तेज हो गई है। इससे ग्रामीण भयभीत हैं। जिला प्रशासन चौकन्‍ना हो गया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 12:15 PM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 12:15 PM (IST)
संतकबीरनगर में राप्‍ती ने पार किया लाल निशान, तटवर्ती इलाकों में तेज हुई कटान
बोल्‍डर डालकर की जा रही है कटान रोकने की कोशिश। जागरण

गोरखपुर, जागरण्‍ संवाददाता। संतकबीर नगर जिले में मेंहदावल से होकर बहने वाली राप्ती नदी पूरी तरह से उफन पर है। लगातार जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है। तटवर्ती इलाकों में कटान तेज हो गई है। जिससे ग्रामीणों में दहशत व्‍याप्‍त हो गई है। 30 अगस्‍त को सुबह आठ बजे राप्ती नदी का जलस्तर 80.10 मीटर था लेकिन शाम चार बजे 80.18 मीटर पर नदी पहुंच गई। खतरे का निशान 79.50 मीटर है। वर्तमान में नदी खतरे के निशान से 68 सेमी ऊपर बह रही है।

बालू भरी बा‍ेरियां लगाकर की जा रही कटान रोकने की कोशिश

लगातार जलस्तर बढऩे के कारण बढय़ा के खैरा माता मंदिर के पास कटान तेज हो गई है। ड्रेनेज खंड विभाग के लोगों ने झांवां व बालू की बोरियां लगाकर कटान को रोकने का प्रयास तेज कर दिया है। जलस्तर बढऩे के साथ-साथ विभाग पूरी रात पेट्रोलिंग कर रहा है। स्थानीय पुलिस-प्रशासन भी पूरे मामले में सक्रिय है। सोमवार को एसडीएम मेंहदावल अजय कुमार त्रिपाठी ने मौके का जायजा लिया तथा ड्रेनेज खंड विभाग को बांध की सतत निगरानी करने एवं कटान रोकने को लेकर सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों के साथ वार्ता करके उनको लगातार आश्वस्त किया जाय। बांध की सुरक्षा को लेकर मजबूत इंतजाम किए जाएं जिससे बांध पर पानी का कोई अतिरिक्त दबाव न पडऩे पाए।

रेनकट व रैटोल ने भी बढाई मुश्किल

बांध व सड़कें रेनकट व रैटहोल से जर्जर हो गई हैं। उप जिलाधिकारी ने रेनकट व रैटहोल भरने का निर्देश दिया है। उन्‍होंने कहा कि रेनकट भरने में अगर कहीं भी चूक सामने आई तो संबंधित अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की रिपोर्ट की जाएगी। उन्होंने विभाग से प्रत्येक घंटे के बढ़ते हुए जलस्तर की पूरी रिपोर्ट प्रशासन को उपलब्ध कराने का निर्देश भी दिया है।

एक सप्‍ताह में तीन मीटर बढा नदी का जलस्‍तर

एक सप्ताह में नदी का जलस्तर लगभग तीन मीटर बढ़ गया है। लगातार बढ़ते जलस्तर को देखकर बढय़ा ठाठर, बेलौली, करमैनी, घुरापाली, तिवारीपुर, इंदरपुर आदि गांव के ग्रामीण बाढ़ की आशंका को लेकर भयभीत हैं। बढ़ते जलस्तर के कारण जगह-जगह नदी की तेज धार बांध से टकराने के कारण बांध के भी क्षतिग्रस्त होने की आशंका बन रही है। फिलहाल अभी तक पूरी तरह से बांध मजबूत है। कहीं से भी बांध पर कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन लगातार जलस्तर बढ़ता देख ग्रामीण पूरी तरह से भयभीत है।

स्थिति पर रखी जा रही नजर

उप जिलाधिकारी अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से जलस्तर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। जलस्तर व बांध की निगरानी तेज की गई है। कटान को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल बांध पर कोई अतिरिक्त दबाव अभी नहीं है। बांध पूरी तरह से सुरक्षित है। प्रशासन हर परिस्थिति से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है।

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