केरल में बढ़ी डिमांड, गीताप्रेस मलयालम में बांटेगा मोक्ष का ज्ञान

मांग को देखते हुए मलयालम में श्रीमद्भागवत महापुराण प्रकाशत किया गया है। गीता प्रेस में अब तक 15 भाषाओं में धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन किया है।

By Edited By: Publish:Wed, 10 Apr 2019 10:30 AM (IST) Updated:Wed, 10 Apr 2019 10:30 AM (IST)
केरल में बढ़ी डिमांड, गीताप्रेस मलयालम में बांटेगा मोक्ष का ज्ञान
केरल में बढ़ी डिमांड, गीताप्रेस मलयालम में बांटेगा मोक्ष का ज्ञान
गोरखपुर, जेएनएन। गीताप्रेस ने मलयालम भाषा में श्रीमद्भागवत महापुराण प्रकाशित किया है। तीन खंडों में इस ग्रंथ की दो हजार प्रतिया प्रकाशित की गई हैं। श्रीमद्भागवत महापुराण मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने वाला ग्रंथ है, इस ग्रंथ से अविरल रूप से भक्ति प्रवाहित होती है। अब यह ग्रंथ केरल क्षेत्र के लोगों को भगवत ज्ञान देगा। मलयालम में गीताप्रेस अभी तक चार धार्मिक पुस्तकों के लगभग छह संस्करण प्रकाशित कर चुका है।
हिंदी-संस्कृत को पढ़ने व समझने में असुविधा महसूस करने वाले धार्मिक लोगों के लिए गीताप्रेस ने अच्छी पहल की है। मलयालम में गीताप्रेस का प्रकाशन तीन खंडों में किया गया है। प्रत्येक खंड की कीमत 350 रुपये है। प्रत्येक खंड की दो-दो हजार प्रतियां प्रकाशित की गई हैं। इस ग्रंथ के प्रथम खंड में 864, द्वितीय खंड में 752 व तृतीय खंड में 1088 पेज हैं। पुस्तकों को अब बिक्री केंद्रों को भेजने की तैयारी चल रही है। केरल क्षेत्र में सबसे ज्यादा पुस्तकें भेजी जाएंगी। इन भाषाओं में प्रकाशित है श्रीमद्भागवत गीताप्रेस कुल 15 भाषाओं में धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन करता है। अभी तक हिंदी, संस्कृत, गुजराती, मराठी, बंगला, उड़िया, अंग्रेजी, तेलुगु, तमिल व मलयालम में श्रीमद्भागवत महापुराण प्रकाशित हो चुका है।
मलयालम में प्रकाशित हुई पुस्तकें
- गीता पुस्तकाकार अर्थ सहित।
- गीता पाकेट बुक अर्थ सहित।
- गीता व विष्णु सहस्रनाम मूल।
- विष्णु सहस्रनाम अर्थ सहित।
- दुर्गा सप्तशती।
श्रीमद्भागवत महापुराण मलयालम 10वीं भाषा गीताप्रेस के उत्पाद प्रबंधक लालमणि तिवारी का कहना है कि अभी तक कुल नौ भाषाओं में श्रीमद्भागवत का प्रकाशन गीताप्रेस से हुआ था। मलयालम 10वीं भाषा है जिसमें नया प्रकाशन किया गया है। पुस्तकों को बिक्री केंद्रों पर भेजने की तैयारी की जा रही है।
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