पीएम मोदी करेंगे इस मिल का उद्धाटन- 50,000 क्विंटल गन्ना प्रतिदिन पेरेगी मिल, बिजली भी बनेगी

पिपराइच चीनी मिल के चालू होने से मिल के तीस किलोमीटर की परिधि में किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। इस मिल से सीधे तौर पर पांच जिलों के किसान लाभान्वित होंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 11:39 AM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 10:19 AM (IST)
पीएम मोदी करेंगे इस मिल का उद्धाटन- 50,000 क्विंटल गन्ना प्रतिदिन पेरेगी मिल, बिजली भी बनेगी
पीएम मोदी करेंगे इस मिल का उद्धाटन- 50,000 क्विंटल गन्ना प्रतिदिन पेरेगी मिल, बिजली भी बनेगी

गोरखपुर, जेएनएन। पिपराइच चीनी मिल के चालू होने से मिल के तीस किलोमीटर की परिधि में किसानों को सीधा लाभ मिलेगा। इस मिल से सीधे तौर पर सहजनवां, सरदारनगर, कप्तानगंज, घुघली के अलावा महराजगंज जनपद के फरेंदा व बृजमनगंज के किसान लाभान्वित होंगे। मिल चलने से 500 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार जबकि पांच हजार लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार पाएंगे। 40 हजार किसानों को लाभ मिलेगा। चीनी की आवश्यकता नहीं होने पर गन्ने से एथनाल बनाया जाएगा। इससे किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान हो सकेगा। मिल में 27 मेगावाट की बिजली का भी उत्पादन किया जाएगा। सात मेगावाट बिजली का उपयोग मिल में होगा जबकि 20 मेगावाट बिजली ग्रिड को दी जाएगी।

24 को होगा उद्धाटन

24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिल का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। मार्च में मिल में चीनी का उत्पादन शुरू होने के बाद जुलाई से डिस्टिलरी के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसमें दो सौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। डिस्टिलरी में एथनाल बनाया जाएगा। उत्पादन क्षमता एक लाख लीटर प्रतिदिन होगी। यह ब्राजील की तकनीक पर आधारित पूरी तरह से फ्लेक्सी प्लांट होगा। यदि बाजार में चीनी का रेट अच्छा होगा तो मिल से ज्यादा चीनी का उत्पादन किया जाएगा और यदि चीनी का रेट बाजार में कम हुआ तो एथनाल का उत्पादन बढ़ा दिया जाएगा। यहां पर गन्ने के रस से भी एथनाल बनाया जाएगा, जिसकी कीमत 59.70 रुपये प्रति लीटर होगी। शीरे से जो एथनाल बनेगा, उसकी कीमत 47.26 रुपये प्रति लीटर होगी।

385 करोड़ की लागत से निर्माण

पिपराइच चीनी मिल का निर्माण अप्रैल, 2018 में निर्माण शुरू किया गया और इस पर 385 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है। 52 एकड़ में चीनी मिल और पावर प्लांट के अलावा डिस्टिलरी भी लगाई जाएगी। 

बिजली बेचने से 22 लाख रुपये का प्रतिदिन मुनाफा

पिपराइच चीनी मिल को चलाने की जिम्मेदारी इसजेक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड को दी गई है। कंपनी तीन साल तक मिल को ऑपरेट करने के साथ ही मिल के अनुरक्षण का कार्य भी करेगी। इसजेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय अवस्थी ने बताया कि मिल से 20 मेगावाट बिजली प्रतिदिन ग्रिड को बेची जाएगी। ग्रिड से प्रति यूनिट 4.79 रुपये लिए जाएंगे। इस तरह मिल को प्रतिदिन 22 लाख रुपये का मुनाफा होगा।

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