गोरखधाम और चौरीचौरा सहित 26 स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि बढ़ी, अब 30 जून तक चलेंगी

रेलवे प्रशासन ने पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर 31 मार्च तक चलने वाली गोरखधाम और चौरीचौरा सहित सभी 26 स्पेशल एक्सप्रेस गाडिय़ों की संचालन अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है। यह सभी ट्रेनें पूर्व निर्धारित समय और ठहराव के आधार पर ही चलाई जाएंगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 11:16 AM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 01:09 PM (IST)
गोरखधाम और चौरीचौरा सहित 26 स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि बढ़ी, अब 30 जून तक चलेंगी
रेलवे ने 26 स्पेशल ट्रेनों की संचालन अवधि बढ़ा दी है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। रेल यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। बोर्ड के दिशा-निर्देश पर रेलवे प्रशासन ने पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर 31 मार्च तक चलने वाली गोरखधाम और चौरीचौरा सहित सभी 26 स्पेशल एक्सप्रेस गाडिय़ों की संचालन अवधि 30 जून तक बढ़ा दी है। यह सभी ट्रेनें पूर्व निर्धारित समय और ठहराव के आधार पर ही चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में सिर्फ आरक्षित कोच ही लगाए जाएंगे। कंफर्म टिकट पर ही यात्रा की अनुमति होगी।

पूर्व निर्धारित समय व ठहराव के आधार पर ही चलेंगी ट्रेनें, कंफर्म टिकट पर यात्रा

ट्रेनों कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य होगा। रेलवे के इस निर्णय से होली में आवागमन करने वाले लोगों को सहूलियत मिलेगी। 31 मार्च तक चल रही इन ट्रेनों में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से गोरखपुर आने के लिए टिकट तो मिल जा रहा था। लेकिन ट्रेनों की संचालन अवधि नहीं बढऩे से वापसी का टिकट नहीं मिल रहा था। लोगों की परेशानी बढ़ गई थी। अब ट्रेनों के संचालन से वापसी के टिकट भी बुक हो जाएंगे।

गोरखपुर से बनकर चलने वाली कुछ प्रमुख स्पेशल ट्रेनें

02555- 02556 गोरखपुर-हिसार-गोरखपुर गोरखधाम

05004- 05003 गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर चौरीचौरा

02571- 02572 गोरखपुर-आनंदविहार-गोरखपुर हमसफर

02591- 02592 गोरखपुर-यशवन्तपुर-गोरखपुर एक्सप्रेस

05007-05008 वाराणसी सिटी- लखनऊ-वाराणसी सिटी कृषक

गोरखपुर से चलने लगीं सभी प्रमुख पैसेंजर ट्रेनें

स्पेशल एक्सप्रेस के अलावा गोरखपुर से विभिन्न रूटों पर पैसेंजर सवारी गाड़ी ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया है। गोरखपुर से छपरा, सिवान, नरकटियागंज, नौतनवा, बढऩी, गोंडा और सीतापुर रूटों पर पैसेंजर ट्रेनों के चलने से छोटे स्टेशनों और हाल्टों पर भी चहल-पहल बढ़ गई है। स्थानीय लोगों की राह भी आसान हो गई है। हालांकि, पैसेंजर ट्रेनों में चलने वाले यात्रियों को एक्सप्रेस का कराया देना पड़ रहा है। किराया दो से चार गुना बढ़ जाने से जेब ढीली हो रही है। 

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