अब गोरखपुर से 11 जिलों को मिलेंंगे गैस सिलेंडर, 10 दिन में शुरू होगा उत्पादन Gorakhpur News
बॉटिलंग प्लांट जल्द ही शुरू होने वाला है। वहां के इंडियन ऑयल के अधिकारियों के अनुसार तैयारी पूरी हो चुकी है। प्लांट शुरू होने से बड़े पैमाने पर रोजगार मिल सकेगा।
गोरखपुर, जेएनएन। गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के सेक्टर 15 में स्थापित इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) के बॉटलिंग में उत्पादन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यहां ट्रायल शुरू हो चुका है और अधिकतम 10 दिनों के भीतर उत्पादन भी शुरू हो जाएगा। प्लांट को पेट्रोलियम एवं विस्फोटक मानक संगठन (पेसो), उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) सहित सभी प्रकार के अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल चुके हैं। प्लांट शुरू हो जाने के बाद गोरखपुर बस्ती मंडल के सात जिलों के साथ ही आसपास के चार और जिलों को आसानी से रसोई गैस के सिलेंडर की आपूर्ति हो सकेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जनवरी 2015 में बॉटलिंग प्लांट का शिलान्यास किया था। गीडा के सेक्टर 15 में करीब 38.5 एकड़ जमीन में 204 करोड़ रुपये की लागत से प्लांट का निर्माण किया गया है। 19 सितंबर 2019 को मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने ही बॉटिलंग प्लांट का उद्घाटन भी किया था लेकिन उस समय कई प्रमाण पत्र मिलने शेष थे, जिसके कारण वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने का दावा किया गया था लेकिन अब जाकर सारी औपचारिकताएं पूरी हो सकी हैं। प्लांट में उत्पादन शुरू होने के बाद गोरखपुर, देवरिया, बलिया, कुशीनगर, महराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती में गैंस सिलेंडर की आपूर्ति हो सकेगी। अभी यहां लखनऊ, वाराणसी व प्रयागराज से आपूर्ति होती है।
प्रतिदिन 68000 से अधिक सिलेंडर उत्पादन की है क्षमता
प्लांट में 48 प्वाइंट के दो कराउजल लगाए गए हैं। यानी एक बार में 96 सिलेंडर में गैस भरी जा सकेगी। एक घंटे में करीब 6000 सिलेंडर तैयार हो सकेंगे। दो शिफ्टों में प्लांट में उत्पादन किया जा सकता है। प्रतिदिन करीब 200 ट्रक यानी 68 हजार से अधिक सिलेंडर का आपूर्ति यहां से हो सकेगी। एक ट्रक में 306 सिलेंडर आते हैं। गोरखपुर-बस्ती मंडल में प्रतिदिन आइओसी के करीब 30 हजार सिलेंडर की खपत होती है। इसलिए फिलहाल एक शिफ्ट में ही उत्पादन की तैयारी है।
2500 लोगों को मिलेगा रोजगार
प्लांट पूरी तरह आटोमेटिक है लेकिन प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से करीब 25 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के गीडा प्रबंधन भी प्लांट को जल्दी शुरू कराने की कोशिश में जुटा है।
गोरखपुर-बस्ती मंडल में एलपीजी उपभोक्ता
गोरखपुर और बस्ती मंडल में इंडियन ऑयल के करीब 1650000 उपभोक्ता हैं। इसमें बीपीसीएल के करीब 670000 और एचपीसीएल के 1330000 उपभोक्ता हैं। गीडा के सीईओ संजीव रंजन का कहना है कि बॉटिलंग प्लांट जल्द ही शुरू होने वाला है। वहां के इंडियन ऑयल के अधिकारियों के अनुसार तैयारी पूरी हो चुकी है। प्लांट शुरू होने से बड़े पैमाने पर रोजगार मिल सकेगा।