Lockdown 3: गोरखपुर के दो पैथोलॉजी व आठ अस्पतालों को नोटिस Gorakhpur News
लॉकडाउन के दौरान इमरजेंसी सेवा देने के लिए संचालित किए जा रहे आठ अस्पतालों व दो पैथोलॉजी को नोटिस दिया गया है। वेे स्वास्थ्य विभाग के मानकों पर खतरा नहीं मिले।
गोरखपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान इमरजेंसी सेवा देने के लिए 110 अस्पतालों को सशर्त अनुमति प्रदान की गई है। मानकों का पालन कहां हो रहा है और कहां नहीं, यह देखने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पांच टीमों ने निरीक्षण किया। मानकों पर खतरा न उतरने वाले आठ अस्पतालों व दो पैथोलॉजी को नोटिस दिया गया है। निरीक्षण के दौरान सात अस्पताल व दो डायग्नोस्टिक सेंटर बंद मिले।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया निरीक्षण
सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने बताया कि एलएन पैथोलॉजी, बशारतपुर, लोटस डायग्नोस्टिक सेंटर, शाहपुर, उपकार हॉस्पिटल, नौसढ़, शिव राधिक मेमोरियल हॉस्पिटल बिना अनुमति के संचालित हो रहे थे। पापुलर नॄसग होम, बशारतपुर, लाइफ केयर हॉस्पिटल, चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, खरैया पोखरा व स्मिता नर्सिंग होम, राप्ती नगर में बॉयोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की व्यवस्था बेहतर नहीं मिली। बालाजी नॄसग होम व रचित हॉस्पिटल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था।
व्यवस्था सुधारने के निर्देश
सभी को नोटिस जारी कर व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया गया है। निरीक्षण के दौरान केबी न्यूरो सेंटर, आम बाजार, समाधान डायग्नोस्टिक सेंटर, शाहपुर, चंद्रा हॉस्पिटल, नौसढ़, त्यागी हास्पिटल, नौसढ़, जेजे हास्पिटल, बसंतपुर, कान्हा हॉस्पिटल, बक्शीपुर, डॉ. बीबी गुप्ता की क्लीनिक, बक्शीपुर, बागची नर्सिंग होम, आकृति डायग्नोस्टिक सेंटर बंद पाए गए।
सीएमओ से मिले डॉक्टर, नहीं बनी बात
मानकों का पालन न करने पर निजी अस्पतालों पर हुई कार्रवाई को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी से मुलाकात की। सीएमओ ने शासन के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि नियमों के विरुद्ध हम कुछ नहीं कर सकते।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एससी कौशिक, सचिव डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. जेपी जायसवाल, डॉ. अरविंद तिवारी, डॉ.अजय शुक्ला और डॉ.आरपी शुक्ला सीएमओ से मिले। दोनों पक्षों में करीब एक घंटे वार्ता हुई। अध्यक्ष ने सीएमओ को बताया कि बगैर जांच किसी अस्पताल को संचालन की अनुमति न दें। अनुमति देने के तीन दिन के अंदर जांच पूरी कर लें। अनुमति देने के बाद जांच के नाम पर नोटिस देना अच्छी परंपरा नहीं है।
बैकफुट पर आया नॄसग होम एसोसिएशन
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पतालों को बंद करने के विरोध में नर्सिंग होम एसोसिएशन ने अपना कदम उठा दिया था। प्रशासन के सख्त संदेश के बाद एसोसिएशन बैकफुट पर आ गया। अध्यक्ष डॉ. खालिद अब्बासी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ आंदोलन जैसे कोई बात नहीं है। कुछ मुद्दों पर असहमति है। उसे सीएमओ से बात करके दूर कर लिया जाएगा।