Indian Railway: Madad Portal के जरिए मदद करने में NER पहले स्‍थान पर

Madad Portal के जरिए मदद करने में पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भारतीय रेलवे स्तर पर पहला स्थान हासिल किया है। बीते 14 नवंबर को कुल 21 परिवाद प्राप्त हुए थे। कुल परिवादों को मात्र औसत प्रति परिवाद 37 मिनट में निस्तारित कर दिया गया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 17 Nov 2020 10:34 AM (IST) Updated:Tue, 17 Nov 2020 10:34 AM (IST)
Indian Railway:  Madad Portal के जरिए मदद करने में NER पहले स्‍थान पर
मदद पोर्टल के जरिए यात्रियों की मदद कर रहा है रेलवे। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। रेल मदद एप व पोर्टल तथा हेल्पलाइन नंबर 139 तथा 182 पर मिली शिकायतों का निपटारा पलक झपकते हो रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने तो 14 नवंबर को भारतीय रेलवे स्तर पर शिकायतों के निपटारे में पहला स्थान हासिल किया। अब तो रोजाना प्राथमिकता के आधार पर शिकायतों का निस्तारण हो रहा है। साथ ही सुझावों को अमल में लाने का प्रयास किया जा रहा है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार 14 नवंबर को कुल 21 परिवाद प्राप्त हुए थे। चार पहले से लंबित थे। ऐसे में कुल 24 परिवादों को मात्र औसत प्रति परिवाद 37 मिनट में निस्तारित कर दिया गया। अन्य क्षेत्रीय रेलों की अपेक्षा बहुत ही कम समय में सभी परिवादों का निस्तारण किया गया।

रेल मदद एप और पोर्टल पर कर सकते हैं किसी भी तरह की शिकायत

इनमें कोचों में कूङ्क्षलग, चोरी, ओवरचार्जिंग, कर्मचारी व्यवहार, चिकित्सा सहायता, ट्रेनों की सफाई, बिजली और समय  पालन जैसी शिकायतें शामिल थीं। कोई भी यात्री रेल मदद एप, पोर्टल, हेल्पलाइन नंबर 139 और सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 182 पर साफ-सफाई, पानी की व्यवस्था, वातानुकूलन, बिजली, पंखा, चार्जिंग प्वाइंट, आरक्षित कोचों में अनधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश, पार्सल, खान-पान, चिकित्सा सहायता, रिफण्ड, माल/पार्सल, ओवर चार्जिंग, भ्रष्टाचार एवं कर्मचारी व्यवहार से संबंधित शिकायतें कर सकता है। परिवादों के त्वरित निस्तारण  के लिए परिवाद सेल और नियंत्रण कक्ष स्थापित है। संबंधित कर्मचारी और अधिकारी हर समय इसकी निगरानी करते रहते हैं।

पोर्टल पर अपडेट होगा शिक्षक बने शिक्षामित्रों का ब्योरा

गोरखपुर में 31277 शिक्षक भर्ती के तहत शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने  86 शिक्षकों का ब्योरा नए सिरे से मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड होगा। पोर्टल पर ब्योरा अपडेट करने की सुविधा मौजूद न होने के कारण पहले शिक्षामित्रों के त्यागपत्र की जानकारी अपडेट करनी होगी। उसके बाद इनका ब्योरा पोर्टल से हटाकर सहायक अध्यापक के रूप में अपडेट किया जाएगा। बेसिक शिक्षा सचिव ने बीएसए को 20 नवंबर तक यह प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया है। शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने शिक्षकों का ब्योरा अपलोड होने में आ रही समस्या को देखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने राहत दी है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत त्यागपत्र देने वाले शिक्षकों को इसकी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही संबंधित विकासखंड के बीईओ से सत्यापित भी करानी होगी, जिसके बाद इन शिक्षकों को ईएचआरएमएस कोड आवंटित करते हुए मानव संपदा पोर्टल पर पुरानी प्रक्रिया के माध्यम से पंजीकरण कराना होगा।

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