मगहर मेला : उमड़ रही भीड़- बच्चों को भा रहा झूला-चर्खी, इमरती व जलेबी का आनंद उठा रहे लोग
विश्व को शांति और आपसी भाईचारा का संदेश देने वाली महान संत कबीर की धरती संतकबीरनगर जिले के मगहर में लगे मकर संक्रांति के मेले के दूसरे दिन यानी 16 जनवरी को भी काफी चहल-पहल रही। मेले में छोटे-बड़े बुजुर्ग सभी पहुंचकर आनंद लेने में जुटे रहे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। विश्व को शांति और आपसी भाईचारा का संदेश देने वाली महान संत कबीर की धरती संतकबीरनगर जिले के मगहर में लगे मकर संक्रांति के मेले के दूसरे दिन यानी 16 जनवरी को भी काफी चहल-पहल रही। मेले में छोटे-बड़े, बुजुर्ग सभी पहुंचकर आनंद लेने में जुटे रहे। विभिन्न प्रकार के छोटे-बड़े झूले लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। खजला, हलवा की मिठास लेने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। पूजा-पाठ की सामग्री, धार्मिक पुस्तकें, सौंदर्य प्रसाधन सहित अन्य दुकानों पर लोगों की दुकानों पर भीड़ जुटी रही।
बस्ती और गोरखपुर के अलावा ग्रामीण अंचलों से पहुंचे रहे लोग
ठंड होने के बाद भी मगहर में रोज बस्ती, गोरखपुर सहित अन्य जनपद, खलीलाबाद शहर के अलावा ग्रामीण अंचलों से काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। झूला, चर्खी में बैठकर लोग मेले का लुत्फ उठा रहे हैं। घर में दैनिक उपयोग में आने वाले लगभग हर सामानों की यहां पर दुकान लगी हुई है। जादू का कार्यक्रम देखने के लिए बच्चे व बड़े कतार में खड़े रहे।
कोरोना संकट के बाद भी भीड़ में दिख रहा उत्साह
कोरोना संकटकाल में जुट रही यहां भीड़ और उनका उत्साह भरपूर देखने को मिल रहा है। मगहर के सभी संपर्क मार्ग से मेलार्थियों का आवागमन सुबह से देर शाम तक जारी रहा। महिलाएं ने बच्चों के साथ पहुंचकर मेला देखा। गृह उपयोगी व श्रृंगार की सामग्री की खरीदारी हुई। घर के लिए हर आवश्यक वस्तु मेले में सहज उपलब्ध हो जाने से इन दुकानों पर भीड़ लगी रही।
खिलौने खरीदते दिखे बच्चे
मगहर में लगे मेले में गुब्बारा, बांसुरी के साथ ही अलग-अलग आकृति के खिलौने आकर्षण का केंद्र रहे। मेले में बच्चों की जिद देखने को मिली। माता-पिता बच्चों की मांग को पूरी करते दिखे। खिलौने की दुकान पर भीड़ दिखी।
हरेक माल का एक ही दाम
मगहर के मेले में ऐसी कई दुकानें लगी हैं, जहां पर पर हर सामग्री का एक ही दाम है। किसी दुकान पर हर सामग्री 10 रुपये में, कहीं 20 रुपये में तो कहीं 50 रुपये में दी जा रही है। इसमें बच्चों के खिलौने के साथ घरेलू उपयोग की सामग्री शामिल है।
जूता, चप्पल व स्वेटर की खरीदारी
मगहर के मेले महिलाओं ने जूतियां, चप्पल आदि की खरीदारी की। स्वेटर, टोली, चश्मा, बेल्ट, घड़ी की दुकानों पर भी ग्राहकों की चहल-पहल दिखी। मगहर महोत्सव के लिए शासन से 40 लाख रुपये न मिलने के बाद भी यहां पर लगे मेले में काफी रौनक है। हिंदू व मुस्लिम समुदाय के लोग मेले का लुत्फ उठाते हुए दिख रहे हैं।
कबीर पंथियों के आने से स्थली गुलजार
मगहर में 11 जनवरी से ही कबीर प्रेमियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। कंबीर पंथियों के आगमन से यह स्थली गुलजार है। समाधि व मजार पर मत्था टेककर लोग आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। परिसर में सद्गुरु से जुड़े साहित्य लेने में लोगों का उत्साह बना हुआ है। बाहर व इस जिले से आए कबीर पंथी व अन्य लोग विनोद दास से पुस्तकें प्राप्त करके अपना ज्ञान बढ़ा रहे हैं। महंत विचार दास के साथ पुजारी संत शांतिदास, अरविंद दास शास्त्री के नेतृत्व में साधु-संत आने वाले भक्तों का अभिनंदन कर रहे हैं।