बौद्धिक कौशल दिखा मिली युवा सांसद की 'सीट' मानसून सत्र गुरुवार से

संसदीय रीति-नीति से व्यावहारिक परिचय कराने वाली विशेष संसद जागरण यूथ पार्लियामेंट का गठन गोरखपुर में हो गया है। जल्द ही सत्र शुरू होगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 31 Oct 2018 01:30 PM (IST) Updated:Wed, 31 Oct 2018 01:30 PM (IST)
बौद्धिक कौशल दिखा मिली युवा सांसद की 'सीट' मानसून सत्र गुरुवार से
बौद्धिक कौशल दिखा मिली युवा सांसद की 'सीट' मानसून सत्र गुरुवार से

गोरखपुर (जेएनएन)। संसदीय रीति-नीति से व्यावहारिक परिचय कराने वाली विशेष संसद जागरण यूथ पार्लियामेंट के गठन की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हो गई। सेंट एंड्रयूज कॉलेज के ग्रंथालय सभागार में लग रही डेमोक्रेसी की इस खास पाठशाला का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित युवाओं ने अपनी बौद्धिक क्षमता की परीक्षा दी। जागरण यूथ पार्लियामेंट के सांसदों के चयन की प्रक्रिया में सभी प्रतिभागी अपनी सीट पक्का करने के लिए जोर-आजमाइश करते दिखे। चयन के लिए दो चरणों की ऑनलाइन परीक्षा, ग्रुप डिस्कशन, रिसर्च पेपर प्रेजेंटेशन के जैसे अलग-अलग चरण थे, जिन्हें पार करते हुए साक्षात्कार देना था। मंगलवार को दिन भर चली प्रक्रिया में अंतिम रूप से 17 सांसदों का चयन हुआ, चयन प्रक्रिया बुधवार को भी जारी रहेगी। विधिवत गठन के बाद गुरुवार से जागरण यूथ पार्लियामेंट के मॉनसून सत्र की शुरुआत होगी।

सेंट एंड्रयूज कॉलेज के साझा तत्वावधान में गठित हो रही यह विशेष संसद कॉलेज के ग्रंथालय सभागार में लग रही है। मंगलवार को चयन प्रक्रिया की शुरुआत करते हुए यूथ पार्लियामेंट के स्ट्रेटजिक पार्टनर 'टफ होप कंसल्टेंसी' के शुभम गौतम और आनंद यादव ने सभी अभ्यर्थियों को जागरण यूथ पार्लियामेंट के उद्देश्य, महत्व और प्रक्रिया से परिचित कराया। प्रतिभागियों ने प्रक्रिया से जुड़े कई सवाल भी पूछे जिनका जवाब भी मिला। सुबह 10 से शुरू हुई चयन प्रक्रियाशाम साढ़े सात बजे तक चलती रही, लेकिन युवाओं के उत्साह में बिल्कुल भी कमी नहीं आई। गोरखपुर में जागरण यूथ पार्लियामेंट के गठन का यह दूसरा वर्ष है।

समूह परिचर्चा और रिसर्च पेपर से परखा ज्ञान

चयन प्रक्रिया में समूह परिचर्चा और रिसर्च पेपर अहम पड़ाव रहे। छह-छह के समूह में प्रतिभागियों को बांट कर अलग-अलग विषय दिए गए। चुनाव सुधार, आम बजट की पांच प्राथमिकताएं, स्कूल ड्राप आउट रेशियो सुधार के उपाय, स्वच्छ पेयजल गरीबों को कैसे सुलभ हो, सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के प्रभावी उपाय, सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए आवश्यक कदम जैसे विषय प्रतिभागियों को चर्चा के लिए दिए गए थे।

समूह चर्चा के बाद समूहवार और व्यक्तिगत स्तर पर रिसर्च पेपर प्रेजेंट करना था, इसमें प्रतिभागियों को उनकी रुचि के अनुरूप विषय दिए गए थे। प्रमुख विषयों में चुनाव और लोकतंत्र, भारत में काननू बनने की प्रक्रिया, कोई विषय 'मुद्दा' कैसे बनता है आदि विषय शामिल थे। प्रतिभागियों का सूक्ष्म विश्लेषण निरंतर टफ होप की टीम द्वारा की जा रही थी। इन चरणों में अपनी क्षमता और कौशल से सफलता प्राप्त करने वाले 28 प्रतिभागी साक्षात्कार के लिए चुने गए, जिनमें से प्रदर्शन के आधार पर 17 युवाओं का चुनाव सांसद के रूप में हुआ।

अब भी है भागीदारी का मौका : यूथ पार्लियामेंट का हिस्सा बनने के लिए अब तक आवेदन न कर सके युवाओं के लिए बुधवार को एक अवसर शेष है। इच्छुक युवा बुधवार सुबह 10:00 बजे सेंट एंड्रयूज कॉलेज के ग्रंथालय सभागार में आयोजित चयन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं। युवा संसद का हिस्सा बनने के लिए 18-25 आयु वर्ग के स्नातक या उच्चतर कक्षाओं में अध्ययनरत छात्र अर्ह हैं। अधिक जानकारी के लिए फोन नंबर 9027756061 पर संपर्क किया जा सकता है।

इन दावेदारों की मेहनत हुई सार्थक, बने सांसद :

राहुल पांडेय, रवि प्रकाश, शुभम पांडेय, प्रवीण कुमार सिंह, आकृति विज्ञ, मो. असलम, नंदिनी मौर्या, अनिकेत पांडेय, मो. आमिर, अभिषेक प्रताप शाही, आदित्य गुप्त, शिवम शुक्ल, पवन कुमार कुशवाहा, जितेंद्र प्रजापति, आकाश गौरव सिंह, शुभम चौधरी, रामेश्वर मिश्र।

बोले सांसद

शुभम पांडेय का कहना था कि जागरण यूथ पार्लियामेंट का हिस्सा बन कर बहुत खुश हूं। यहां मुझे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। पहले ही दिन का अनुभव शानदार रहा। रामेश्वर मिश्र का कहना है कि यूथ पार्लियामेंट जैसे अवसर हमारे व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं। यहां सीखने को काफी कुछ है। इसी उद्देश्य से मैंने इसका हिस्सा बनने का निर्णय लिया। जबकि आदित्य गुप्त का कहना है कि चयन प्रक्रिया कठिन थी। ऑनलाइन टेस्ट, रिसर्च प्रेजेंटेशन, इंटरव्यू देना पड़ा, लेकिन बहुत अच्छा लगा। इंतजार है सदन के शुरू होने का। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने को तैयार हूं। आकृति विज्ञा का कहना था कि ग्रुप डिस्कशन के लिए दिए गए विषय बहुत अच्छे थे। मैंने अपनी बात पूरी दमदारी से रखी। मेरा इंटरव्यू भी बहुत अच्छा रहा, आखिरकार चयन भी हो गया। जबकि नंदिनी मौर्या का कहना है कि इस कार्यक्रम का फार्मेट बड़ा रोचक है। करते हुए सीखने का अनुभव मिलेगा। मेरा चयन हो गया मैं बहुत खुश हूं। अब इंतजार है सत्र के शुरुआत की।

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