नौकरी दिलाने वाले जालसाजों की बढ़ी सक्रियता, वन विभाग और एफसीआइ में नौकरी के नाम पर ठगी

रेलवे में फर्जी नौकरी दिलाने वाले जालसाजों की सक्रियता बढ़ गई है। अब तो जालसाजों का गिरोह पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर से लगायत वन विभाग और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) सहित पूरे पूर्वांचल में फैल गया है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 05:40 PM (IST)
नौकरी दिलाने वाले जालसाजों की बढ़ी सक्रियता, वन विभाग और एफसीआइ में नौकरी के नाम पर ठगी
नौकरी दिलाने वाले जालसाजों की बढ़ी सक्रियता। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : रेलवे में फर्जी नौकरी दिलाने वाले जालसाजों की सक्रियता बढ़ गई है। अब तो जालसाजों का गिरोह पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर से लगायत वन विभाग और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) सहित पूरे पूर्वांचल में फैल गया है। रेलवे सुरक्षा बल, एसटीएफ और जनपद पुलिस की संयुक्त टीम के हत्थे चढ़े चारों आरोपितों ने तो रेलवे अस्पताल गोरखपुर में मेडिकल टेस्ट कराने के बाद ग्रुप डी में (ट्रैकमैन व क्लर्क) फर्जी भर्ती का नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिया था। जांच एजेंसियों की नाक के नीचे ही रजिस्टर पर फर्जी दस्तखत भी बनवाने लगे थे। फर्जीवाड़ा की भनक लगी तो शिकायतकर्ता कैंट थाने पहुंचा। तब जाकर सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हुईं।

रेलवे, वन विभाग और एफसीआइ में नौकरी का झांसा देकर जाल में फंसाते थे आरोपित

गिरफ्त में आए आरोपित रेलवे के अलावा वन विभाग और एफसीआइ में भी नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाते थे। दरअसल, ठगी का यह मामला कोई नया नहीं है। अगस्त में ही लगभग दस युवा रेलवे की फर्जी नौकरी करने लगे थे। उन्हें भी फर्जीवाड़ा की भनक लगी तो यूपी हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की। मामला प्रकाश में आया तो सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी। जनवरी, 2020 में जालसाज इंटरनेट मीडिया के माध्यम से रेलवे में 20 साल के अनुबंध पर टीसी, बुकिंग क्लर्क, गुड्स गार्ड, ट्रैकमैन, गैंगमैन, प्वाइंटमैन, कीमैन और चपरासी आदि पदों पर भर्ती करने लगे। मामला खुला तो रेलवे के कान खड़े हो गए। जांच एजेंसियां सक्रिय होती, तबतक जालसाज सैकड़ों बेरोजगारों को ठगी का शिकार बना चुके थे।

2019 में कुछ युवा फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंच गए थे गोरखपुर स्टेशन पर

दिसंबर 2019 में ही कुछ युवा गोरखपुर स्टेशन पर आइआरसीटीसी का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंच गए थे। शिकायत पर आगरा मंडल में कुछ जालसाजों की गिरफ्तारी हुई। सैकड़ो युवा ठगे जा चुके थे। दरअसल, जालसाजों का मजबूत नेटवर्क है। नेटवर्क के सदस्य पूर्वोत्तर रेलवे और पूर्वांचल सहित देशभर में फैले हैं। जो हर साल नए हथकंडे अपनाते हैं और नौकरी के नाम पर पांच से दस लाख रुपये की ठगी करते हैं।

139 पर भी कर सकते हैं शिकायत

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार रेलवे में भर्ती से संबंधित जानकारी आधिकारिक वेबसाइट या रोजगार समाचार पत्र के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है। भर्ती के लिए सिर्फ रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (आरआरबी) व रेलवे रिक्रूटमेंट सेल (आरआरसी) ही अधिकृत हैं। यदि कोई रेलवे में नौकरी दिलाने संबंधी प्रस्ताव देता है तो नजदीकी पुलिस स्टेशन या रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी शिकायत कर सकते हैं।

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