Indian Railway: मार्च से एनईआर के आठ रेलमार्गों पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें

पूर्वोत्तर रेलवे ने सभी मार्गों का विद्युतीकरण पूरा कर लिया है। साथ ही रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के निरीक्षण का समय भी निर्धारित कर लिया है। सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही इन रेलमार्गों पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 02:34 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 09:22 AM (IST)
Indian Railway: मार्च से एनईआर के आठ रेलमार्गों पर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें
एनईआर में मार्च में आठ रूटों पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। वाराणसी मंडल के सलेमपुर-बरहज बाजार सहित पूवोत्तर रेलवे के साइड वाले (लूप लाइन) आठ रेलमार्गों पर मार्च 202 से इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी। पूर्वोत्तर रेलवे ने सभी मार्गों का विद्युतीकरण पूरा कर लिया है। साथ ही रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के निरीक्षण का समय भी निर्धारित कर लिया है। सीआरएस की हरी झंडी मिलते ही इन रेलमार्गों पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी।

दरअसल, पूर्वोत्तर रेलवे निर्माण संगठन ने एक साल में (वित्तीय वर्ष 2020- 2021) नौ रेलमार्गों का विद्युतीकरण पूरा कर भारतीय रेलवे स्तर पर नया रिकार्ड बना दिया है। कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदलते हुए पूर्वोत्तर रेलवे 317 रूट किमी का कार्य पूरा कर सर्वाधिक रेलमार्ग का विद्युतीकरण करने वाला जोन बन बया है। सर्वाधिक कार्य वाराणसी मंडल में हुआ है। औडि़हार-भटनी मार्ग पर तो इलेक्ट्रिक ट्रेनें भी दौडऩे लगी हैं। दरअसल, रेल मंत्रालय ने वर्ष 2023 तक सभी बड़ी रेल लाइनों का विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। पूर्वोत्तर रेलवे में पहले से ही तेजी के साथ कार्य चल रहा है। मुख्यमार्ग बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा, गोरखपुर-भटनी-वाराणसी, छपरा-बलिया-वाराणसी और गोरखपुर-नरकटियागंज रूट पर पहले से ही इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ रही हैं।

गोरखपुर-नौतनवां, आनंदनगर-बढऩी रूट पर तेज हुआ विद्युतीकरण

लखनऊ मंडल में गोरखपुर-नौतनवां और आनंदनगर-बढऩी-गोंडा रेलमार्ग पर भी विद्युतीकरण तेज हो गया है। इन रूटों पर विद्युतीकरण के लिए 116 करोड़ रुपये मिला है। गोंडा-बहराइच रेलमार्ग के लिए भी 28 करोड़ रुपये आवंटित है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में इन मार्गों पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी। 

अगले माह इन मार्गों पर दौड़ेगी सीआरएस की ट्रेन

सलेमपुर-बरहज बाजार सिंगल लाइन, 22 रूट किमी- 10 मार्च को।

फेफना-इंदारा सिंगल लाइन, 50 रूट किमी- 10 मार्च को।

नंदगंज रेलखंड के 22 रूट किमी- 15 मार्च को।

औडि़हार-दोबही, 20 रूट किमी- 25 मार्च को। 

मंधाना-ब्रहमवर्त, 10 रूट किमी- 28 फरवरी को।

इन रूटों पर पूरा हो गया है सीआरएसी का निरीक्षण

औडि़हार-नंदगंज डबल लाइन, 18 रूट किमी।

बलिया-फेफना डबल लाइन, 10 रूट किमी।

दूरौंधा-महराजगंज सिंगल लाइन 42 किमी।

भटनी-औडि़हार 125 रूट किमी पर दौड़ रही इलेक्ट्रिक ट्रेन

गोरखपुर-इंदारा-बलिया के रास्ते भी चलने लगेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेनें

फेफना-इंदारा सिंगल लाइन का विद्युतीकरण हो गया है। 10 मार्च को सीआरएस निरीक्षण के बाद गोरखपुर-भटनी-इंदारा-बलिया-छपरा रूट पर भी इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन इसी रेलमार्ग से चलती है।

कोविड- 19 के कठिन समय मे भी पूर्वोत्तर रेलवे निर्माण संगठन ने रिकार्ड प्रगति की है। भटनी- औडि़हार जैसे महत्वपूर्ण खंड का कार्य पूरा किया गया है। कई महत्वपूर्ण खंडों का कार्य पूर्ण करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर लिया गया है। विद्युतीकरण पूरा हो जाने से रेलवे की डीजल पर निर्भरता कम होगी तथा राजस्व की भी बचत होगी। - पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे 

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