UP Panchayat Elections: जारी हुआ चुनाव चिन्ह- तोप, त्रिशूल, खड़ाऊं लेकर मैदान में उतरेंगे प्रत्‍याशी

इस बार के पंचायत चुनाव में भी 2010 में जारी चुनाव चिन्हों का ही प्रयोग किया जा रहा है। ग्राम पंचायत प्रधान पद के लिए कुल 48 चुनाव निशान निर्धारित किए गए हैं जबकि जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 45 निशानों का विकल्प होगा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 14 Mar 2021 08:05 AM (IST) Updated:Mon, 15 Mar 2021 08:15 AM (IST)
UP Panchayat Elections: जारी हुआ चुनाव चिन्ह- तोप, त्रिशूल, खड़ाऊं लेकर मैदान में उतरेंगे प्रत्‍याशी
पंचायत चुनाव के लिए चुनाव चिन्‍ह जारी कर दिए गए हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी है। सभी पदों के लिए पर्याप्त मतपत्र मंगाए जा चुके हैं। चुनाव चिन्हों का निर्धारण भी हो चुका है। इस बार प्रधानी के दावेदार तोप, त्रिशूल, खड़ाऊं जैसे चिन्हों के साथ मैदान में उतरेंगे तो जिला पंचायत सदस्य पद के दावेदार को आरी, गिलास, कैंची जैसे निशान पर मुहर लगाने की अपील करते नजर आएंगे। बीडीसी सदस्य के लिए भाग्य आजमाने मैदान में उतरे प्रत्याशियों को तलवार और शहनाई जैसे चुनाव चिन्हों का प्रचार करना होगा।

ग्राम प्रधान पद के लिए 48, जिला पंचायत के लिए 45 व बीडीसी सदस्य के लिए होंगे 36 निशान

इस बार के पंचायत चुनाव में भी 2010 में जारी चुनाव चिन्हों का ही प्रयोग किया जा रहा है। ग्राम पंचायत प्रधान पद के लिए कुल 48 चुनाव निशान निर्धारित किए गए हैं जबकि जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 45 निशानों का विकल्प होगा। इसी तरह बीडीसी सदस्य पद के प्रत्याशियों को 36 प्रकार के चिन्हों में से चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे। 

ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 18 प्रकार के चुनाव निशान तय किए गए हैं। अधिकतर चुनाव निशान ऐसे हैं, जिनका रोजमर्रा के जीवन में उपयोग होता है और लोग उन निशानों से परिचित होते हैं। पंचायत चुनाव में वर्षों से चले आ रहे निशान जैसे 'अनाज ओसाता हुआ किसान', 'इमली' व 'कन्नी' इस बार भी नजर आएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात का साधन रहा तांगा भी चुनाव चिन्ह के रूप में प्रयोग किया जाएगा। किसी भी प्रत्याशी के पास चुनाव चिन्ह चयन का विकल्प नहीं होगा। नाम के पहले अक्षर के अनुसार प्रत्याशियों को निर्वाचन अधिकारी की ओर से ही चुनाव निशान आवंटित किए जाएंगे।

प्रधान पद के लिए निर्धारित हैं ये चिन्ह

अनाज ओसाता हुआ किसान, इमली, कन्नी, कार, किताब, कैमरा, कैरम बोर्ड, कोट, खड़ाऊं, गदा, गले का हार, घंटी, चारपाई, चूड़ियां, छत का पंखा, टेबिल लैंप, टोकरी, डेस्क, ड्रम, तांगा, तोप, त्रिशूल, दरवाजा, धनुष, धान का पेड़, पत्तियां, पहिया, पालकी, पुल, फावड़ा, फुटबाल, फूल और घास, बल्लेबाज, बस, बांसुरी, बाल्टी, बिजली का खंभा, बिजली का बल्ब, बेंच, बैलगाड़ी, भवन, भुट्टा, मोटरसाइकिल, मोमबत्ती, रिंच, लिफाफा, वायुयान, हथौड़ा

बीडीसी सदस्य के दावेदारों को मिलेंगे ये निशान

अनार, अलाव और आदमी, अंगूठी, आटा चक्की (चकिया), ईंट, कड़ाही, कांच का गिलास, कुंआ, केला का पेड़, गुल्ली-डंडा, गेंद और हाकी, चकला बेलन, चिड़िया का घोसला, जीप, टार्च, टेबिल फैन, टैंक, टोपी, तलवार, दमकल (आग बुझाने की गाड़ी), नारियल, पतंग, पानी का जहाज, प्रेस, फ्राक, भगौना, रेल का इंजन, लड़का-लड़की, लेटर बाक्स, शहनाई, सरौता, सिलाई मशीन, स्टूल, स्लेट, हंसिया, हारमोनियम।

जिला पंचायत सदस्य पद के लिए निर्धारित चिन्ह

आरी, उगता सूरज, कप और प्लेट, कलम और दवात, कुल्हाड़ी, केतली, कैंची, क्रेन, खजूर का पेड़, गमला, गिटार, घुड़सवार, चश्मा, छड़ी, छाता, झोपड़ी, टाइपराइटर, टेलीफोन, टेलीविजन, ट्रैक्टर, ढोलक, तरकस, तराजू, ताला-चाबी, थरमस, नाव, पिस्टल, फसल काटता किसान, फावड़ा-बेल्चा, बल्ला, मछली, रेडियो, रोड रोलर, लट्टू, लाउड स्पीकर, वृक्ष, शेर, सितारा, सिर पर कलश लिए स्त्री, सीटी, सैनिक, स्कूटर, हाथ-ठेला, हल, हेलीकाप्टर।

ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए निर्धारित निशान

आम, ओखली, अंगूर, केला, गुलाब का फूल, घड़ा, डमरू, तंबू, नल, पेंसिल, फरसा, बंदूक, बैडमिंटन का बल्ला, ब्रुस, ब्लैकबोर्ड, रिक्शा, शंख, सुराही।

2010 के चुनाव में प्रयोग हुए चुनाव चिन्हों को इस बार भी प्रयोग किया जाएगा। अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग चिन्ह निर्धारित हैं। प्रत्याशियों की संख्या के अनुसार इन्हीं में से क्रम से ऊपर से नीचे की ओर चुनाव चिन्ह का आवंटन किया जाएगा। - जेएन मौर्य, सहायक निर्वाचन अधिकारी।

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