जिले के आठ मदरसों में लगेगा ताला, यह था कारनामा

इन मदरसों का भेद तब खुला जब इनका सत्यापन हुआ। मदरसा बोर्ड ने इसके लिए निर्देश दिया था। पता चला कि आठ मदरसे तो दिखवा के लिए हैं।

By Edited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 09:18 AM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 09:18 AM (IST)
जिले के आठ मदरसों में लगेगा ताला, यह था कारनामा
जिले के आठ मदरसों में लगेगा ताला, यह था कारनामा
गोरखपुर, जेएनएन। जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने जनपद के आठ मदरसों की मान्यता निरस्त करने की मदरसा शिक्षा बोर्ड के रजिस्ट्रार से संस्तुति कर दी है। सत्यापन के दौरान चार मदरसे बंद मिले जबकि चार मानक पर खरे नहीं उतरे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि आठ में से छह मदरसों का प्रबंधक एक ही शख्स है। जांच के बाद विभाग ने कई मदरसों को सुधार के लिए चेतावनी भी दी है। नहीं सुधरने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी गई है।
मदरसा शिक्षा परिषद ने सभी मदरसों को अपना पूरा विवरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने का आदेश दिया था। ताकि उनकी असलियत के बारे में पता चल सके। वेबसाइट पर अपलोड होने के बाद पता चला कि गोरखपुर जनपद में कुल 168 मदरसे पंजीकृत हैं। इन सभी मदरसों के प्रबंधकों ने भवन, फर्नीचर, छात्रसंख्या व अन्य विवरण अपलोड किया था। उसके बाद अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को सभी मदरसों का सत्यापन कराने का आदेश दिया।
सत्यापन में पता चला कि चार मदरसे पिछले एक वर्ष से बंद हैं। जबकि चार मदरसे तो मानक पर ही खरे नहीं उतरे। यह मदरसे जंगल डुमरी नंबर दो, शहीद अब्दुल्लाह नगर, रसूलपुर, मानबेला, हरसेवकपुर, गोला और महुअर कोल में स्थित है। अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय कुमार मिश्र ने बताया कि मानक पूरा न करने वाले आठ मदरसों की मान्यता निरस्त करने की संस्तुति कर दी गई है। इसके अलावा कुछ मदरसों को सुधार के लिए नोटिस दिया गया है। यदि नोटिस के बाद भी सुधार नहीं हुआ तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। शिक्षा के साथ खिलवाड़ करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
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