Gorakhpur Airport: गोरखपुर से दिल्ली-मुंबई की रद हुईं आठ उड़ानें, यह है कारण

स्पाइस जेट की दिल्ली की दो मुंबई की दो अहमदाबाद की एक फ्लाइट रद कर दी। टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को इसकी सूचना शुक्रवार की रात में ही दे दी गई। शनिवार को इंडिगो की मुंबई हैदराबाद और दिल्ली की उड़ानें नियत समय से हुई।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 10:22 AM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 10:22 AM (IST)
Gorakhpur Airport: गोरखपुर से दिल्ली-मुंबई की रद हुईं आठ उड़ानें, यह है कारण
गोरखपुर से दिल्ली-मुंबई जाने वाली आठ उड़ानें रद हो गई हैं। - प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जेएनएन। खराब मौसम व यात्रियों की संख्या कम होने की वजह से स्पाइस जेट ने शनिवार को गोरखपुर से दिल्ली, मुंबई व अहमदाबाद के लिए होने वाली सभी पांच उड़ानें रद कर दी। जबकि इंडिगो ने बेंगलुरु, कोलकाता और प्रयागराज की उड़ान का निरस्त कर दिया। टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को रविवार की फ्लाइट से भेजा गया।

स्पाइस जेट ने शनिवार को रद कर अपनी सभी पांच उड़ान

स्पाइस जेट की दिल्ली की दो, मुंबई की दो, अहमदाबाद की एक फ्लाइट रद कर दी। टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को इसकी सूचना शुक्रवार की रात में ही दे दी गई। शनिवार को इंडिगो की मुंबई, हैदराबाद और दिल्ली की उड़ानें नियत समय से हुई। एलायंस एयर की दिल्ली और लखनऊ उड़ानें भी हुईं। एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर बाजपेई ने बताया कि शनिवार को 13 उड़ानों में से आठ निरस्त रहीं।

शुक्रवार को डायवर्ट करनी पड़ी थी तीन फ्लाइट

मौसम खराब होने की वजह से शुक्रवार की सुबह बेंगलुरु से आने वाले इंडिगो और मुंबई से आए स्पाइस जेट के विमान की लैडिंग गोरखपुर में नहीं हो पाई। एक घंटे तक आसमान में घूमने के बाद दोनों विमान को वाराणसी भेज दिया गया। दोपहर बाद मौसम साफ होने पर दोनों विमान वाराणसी से गाेरखपुर आए।शाम को दृश्यता कम होने पर लखनऊ से गोरखपुर आए एलायंस एयर के विमान की लैडिंग नहीं हो पाई। जिसके बाद विमान को लखनऊ वापस कर दिया गया था। शनिवार को भी गोरखपुर में मौसम खराब हाेने की वजह से विमानन कंपनियों ने आठ उड़ान रद कर दी।

गांव आने वालों को आइसोलेट करेंगी ग्राम पंचायतें

संगठन के बाद ग्राम पंचायतें कोरोना से निपटने की तैयारी में जुट गई हैं। 861 में से 860 में ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में कोरोना से लड़ने की कार्ययोजना बनाई गई। अधिकतर ने तीसरी लहर को देखते हुए लापरवाही न बरतने पर सहमति जताई है। उनकी तैयारी है कि बाहर से आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से 21 दिन के लिए आइसोलेट कर दिया जाए। इसके साथ ही कई और सुझाव आए, जिसकी कार्ययोजना पंचायतों ने पंचायत विभाग को दी और वहां से शासन को भेज दी गई है। माना जा रहा है कि इनमें से कुछ सुझावों को दूसरे जिलों में भी लागू किया जा सकता है।

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