गोरखपुर शहर में पीने का पानी सड़क पर, घरों में परेशानी, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News

पोकलेन मशीन से नाले की खोदाई हो रही थी। पोकलेन से सड़क के नीचे से गुजरी पानी की लाइन अचानक फट गई। पाइप लाइन जोडऩे के लिए कर्मचारियों का इंतजार होता रहा लेकिन कोई नहीं आया।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Mon, 30 Dec 2019 06:26 PM (IST) Updated:Mon, 30 Dec 2019 06:26 PM (IST)
गोरखपुर शहर में पीने का पानी सड़क पर, घरों में परेशानी, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News
गोरखपुर शहर में पीने का पानी सड़क पर, घरों में परेशानी, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। मेडिकल कॉलेज रोड स्थित लिटिल फ्लावर चौराहा पर तीन दिन पहले खोदाई से पाइप लाइन फट गई। रोजाना हजारों लीटर पानी सड़क पर बर्बाद हो रहा है। जनता ने पार्षद को बताया, पार्षद ने अफसरों को बताया लेकिन पाइप जोडऩे कोई नहीं आया।

मेडिकल कॉलेज रोड लिटिल फ्लावर चौराहे पर शुक्रवार की शाम पोकलेन मशीन से नाले की खोदाई हो रही थी। पोकलेन से सड़क के नीचे से गुजरी पानी की लाइन अचानक फट गई। इससे पानी बहने लगा। पाइप लाइन फटने की जानकारी के बाद काम रोक दिया गया। पाइप लाइन फट जाने के कारण कई मोहल्लों में पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई। नागरिकों ने पार्षद आलोक सिंह विशेन को उसी रात जानकारी दे दी। पार्षद ने तत्काल जलकल और नगर निगम के अफसरों को जानकारी दी। पाइप लाइन जोडऩे के लिए कर्मचारियों का इंतजार होता रहा लेकिन कोई नहीं आया।

पंपिंग सेट लगाकर निकाला जा रहा पानी

पानी जबह फोरलेन निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढों में भरने लगा तो एजेंसी ने पंपिंग सेट लगाकर पानी निकलवाना शुरू किया लेकिन सुबह और शाम नलकूप चलते ही पानी तेजी से गड्ढों में भरने लगता है।

नहीं मिल रही पाइपलाइन

सड़क का निर्माण करा रहे ठेकेदार ने बताया कि शनिवार से ही मजदूर लगाकर फटी पाइपलाइन ठीक कराने का प्रयास किया जा रहा है। आदमी लगे हैं लेकिन पाइपलाइन नहीं मिल रही है।

पानी हो रहा बर्बाद, नागरिक भी परेशान

मोहल्‍ला निवासी अमित श्रीवास्‍तव का कहना है कि तीन दिन में लाखों लीटर पानी बर्बाद हो चुका है। सभी जिम्मेदारों को बताया जा चुका है लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा है। पानी बचाने का नारा यहां फ्लाप है। इसी तरह राहुल सिंह का कहना है कि जलकल विभाग की लापरवाही से पानी की बर्बादी हो रही है। विभाग के जिम्मेदार अधिकारी खुद खड़े रहते तो खोदाई के दौरान पाइपलाइन नहीं फटता, पानी बर्बाद नहीं होता। वहीं टिमल का कहना है कि पानी सड़क पर बह रहा है लेकिन जलकल विभाग के ऑपरेटर पानी सप्लाई बंद नहीं कर रहे हैं। जब तक पाइप ठीक न हो जाए पानी की आपूर्ति शुरू करने से बर्बादी ही होगी। जबकि चन्‍द्रकेत का कहना है कि नाले की खोदाई के समय सावधानी नहीं बरती गई। पाइप लाइन फट गई तो तत्काल जोडऩा चाहिए था। पानी भी बर्बाद हो रहा है और लोगों के घरों की आपूर्ति भी ठप है। 

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