Coronavirus: गोरखपुर में संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने के लिए बुला रहे डाक्‍टर, लोग जाने को तैयार नहीं

50 साल से ऊपर के बीमारी से पीडि़तों को प्रशासन की ओर से अस्पताल में भर्ती होने के लिए बुलाया जा रहा है लेकिन अधिकतर लोग आने से इनकार कर दे रहे हैं। इसके बावजूद समय-समय पर उनकी निगरानी की जा रही है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Sat, 03 Oct 2020 04:14 PM (IST) Updated:Sat, 03 Oct 2020 08:37 PM (IST)
Coronavirus: गोरखपुर में संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने के लिए बुला रहे डाक्‍टर, लोग जाने को तैयार नहीं
कोरोना वायरस संक्रमण का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से किसी की मौत न हो, इस बात को लेकर प्रशासन काफी गंभीर है। इसके लिए होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की निगरानी बढ़ा दी गई है। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनकी उम्र 50 साल से ऊपर है और जो पहले से किसी बीमारी से पीडि़त हैं। प्रशासन की ओर से उनके जीवन की सुरक्षा के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के लिए बुलाया जा रहा है लेकिन अधिकतर लोग आने से इनकार कर दे रहे हैं। इसके बावजूद समय-समय पर उनकी निगरानी की जा रही है।

रैपिड रिस्पांस टीम सक्रिय

रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) को इस समय काफी सक्रिय किया गया है। 42 आरआरटी को होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की जांच करने के लिए लगाया है। हर रोज उन्हें ऐसे लोगों की रिपोर्ट देनी होती है, जो घर में रहने लायक नहीं हैं। उन्हें यह बात समझायी जा रही है कि उनकी उम्र में कोरोना संक्रमण खतरनाक हो सकता है। किडनी, सुगर, बीपी जैसी बीमारियों से पीडि़त हैं तो यह संक्रमण खतरनाक है। प्रशासन की ओर से इन मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है। पर, करीब 10 फीसद अस्पताल जाने को तैयार हो रहे हैं। इस समय सरकारी एवं निजी, दोनों तरह के कोविड अस्पतालों में जगह है।

कोई परेशानी हो तो कंट्रोल रूम में करें फोन

कलेक्ट्रेट में कोरोना मरीजों की सुविधा के लिए कोरोना कंट्रोल रूम का संचालन 24 घंटे किया जा रहा है। मरीज को हायर सेंटर रेफर न किया जा रहा हो या कहीं भर्ती न किया जा रहा हो तो वह यहां फोन कर सकता है। कंट्रोल रूम में दो तरह की टीम काम कर रही है। स्वास्थ्य विभाग (आयुष) की टीम मरीजों को भर्ती कराने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इनमें डॉ. अमरनाथ तिवारी, डॉ. हरेंद्र कुमार कुशवाहा व फार्मासिस्ट, अभय कुमार शामिल हैं। दूसरी टीम में डॉ. प्रमोद कुमार यादव, फार्मासिस्ट राम प्रकाश, अखिलेश पाल आरआरटी की मानीटरिंग करते हैं। दोनों टीमें उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल की देखरेख में काम करती हैं। लोग 0551-2201796, 2202205, 2204196, 9454416252, 9532797104, 9532041882, 9532824859 पर फोन कर सकते हैं।

दो दिन में 94 लोगों को किया गया फोन

दो दिन में 94 लोगों को कंट्रोल रूम से फोन किया गया है। एक अक्टूबर को 55 व दो अक्टूबर को 39 लोगों को फोन किया गया। पर, करीब 10 लोग अस्पताल जाने को तैयार हुए। तीन अक्टूबर को 45 लोगों को फोन किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह का कहना है कि मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रशासन का प्रयास है कि कोरोना से किसी की मौत न हो। पहले से बीमार एवं 50 वर्ष से ऊपर के लोगों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए फोन किया जा रहा है लेकिन अधिकतर लोग इससे मना कर रहे हैं जबकि उनकी सुरक्षा के लिए यह जरूरी है। आरआरटी ऐसे लोगों पर लगातार नजर रख रही है।

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