पेंशन भुगतान के नाम पर मांगा बैंक एकाउंट का डीटेज, खाते से उड़ा लिए 3.50 लाख रुपये Gorakhpur News

गोरखपुर में एक जालसाल ने सेवानिवृत्‍त पुलिसकर्मी को पेंशन का भुगतान कराने का झांसा देकर खाते का डिटेल मांगा और 3.50 लाख रुपये निकाले लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 12:48 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 04:24 PM (IST)
पेंशन भुगतान के नाम पर मांगा बैंक एकाउंट का डीटेज, खाते से उड़ा लिए 3.50 लाख रुपये  Gorakhpur News
पेंशन भुगतान के नाम पर मांगा बैंक एकाउंट का डीटेज, खाते से उड़ा लिए 3.50 लाख रुपये Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। सेवानिवृत्‍त पुलिसकर्मी के खाते से जालसाज ने 3.50 लाख रुपये निकाले लिए। पेंशन का भुगतान कराने का झांसा देकर खाते का डिटेल लेकर उसने रुपये ट्रांसफर कर लिए। मैसेज आने पर उन्‍हें घटना की जानकारी हुई तो कैंट थाने पहुंच तहरीर दी। जांच में शिकायत सही मिलने पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ जालसाजी कर चोरी करने का केस दर्ज किया।

मोबाइल पर मैसेज आया तब हुई घटना की जानकारी

उत्‍तर प्रदेश पुलिस में मुख्‍य आरक्षी के पद पर तैनात रहे चंद्र मोहन सिंह सिंघडि़या के श्रवणनगर कॉलोनी में रहते हैं। 31 अगस्‍त 2020 को वह सेवानिवृत्‍त हुए। तीन सितंबर को चंद्र मोहन के मोबाइल पर फोन आया कि पेंशन का बिल भुगतान के लिए ट्रेजरी में आया है। अपने खाते की डिटेल बता दीजिए। जालसाज के झांसे में आकर चंद्र मोहन ने डिटेल बता दिया। जिसके बाद उसने खाते से 3.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए। मोबाइल में मैसेज आने पर घटना की जानकारी हुई। चार सितंबर को कैंट थाने पहुंचकर उन्‍होंनें तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक कैंट मनोज राय ने बताया कि जालसाजी व चोरी का केस दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है।

पुलिस के हाथ लगे जालसाज गिरोह के तीन सदस्य

सिद्धार्थनगर में एसओजी व शोहरतगढ़ थाना पुलिस ने ठगी करने वाले जालसाज गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनकी निशानदेही पर सात लाख नकद बरामद किया। पकड़े गए आरोपितों का नाम शोहरतगढ़ थाना के बोहली निवासी गुड्डू, सफीक व रफीक है। पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने बताया कि गोरखपुर के तिवारीपुर थाना व मोहल्ला निवासी तारिक मोहम्मद को झांसा देकर सात लाख रुपये ठग लिए थे।

जून में तारिक मोहम्मद के बहन की शादी थी। वह जेवर खरीदने के लिए परेशान थे। इसी दौरान आरोपितों से मुलाकात हुई। इन्होंने अपने-आप को स्वर्ण कारोबारी बताते हुए जेवरात उपलब्ध कराने की बात कही। अग्रिम भुगतान लेने के बाद रफूचक्कर हो गए। पीड़ित ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया। पूछताछ में आरोपितों ने कई अन्य मामलों की जानकारी दी है। पुलिस अन्य मामलों की भी छानबीन करने में जुट गई है। 

chat bot
आपका साथी