सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, यूपी की इकोनॉमी को एक ट्रिलियन डालर तक ले जाएंगे

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में जमा पूंजी के सापेक्ष जो लक्ष्य होना चाहिए बैंक उसे पूरा करें। सरकार ने एक लक्ष्य तय किया है जिसके तहत प्रथम चरण में सीडी रेशियो 51 से 60 तथा फिर 60 से 75 फीसद करना है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 09:02 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 10:44 PM (IST)
सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, यूपी की इकोनॉमी को एक ट्रिलियन डालर तक ले जाएंगे
गोरखपुर में मीडिया से रूबरू सीएम योगी आदित्‍यनाथ। - सूचना विभाग द्वारा जारी

गोरखपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में जमा पूंजी के सापेक्ष जो लक्ष्य होना चाहिए बैंक उसे पूरा करें। सरकार ने एक लक्ष्य तय किया है जिसके तहत प्रथम चरण में सीडी रेशियो 51 से 60 तथा फिर 60 से 75 फीसद करना है। इसके लिए प्रत्येक बैंक का एक लक्ष्य तय होना चाहिए। यदि हम उस लक्ष्य के अनुरूप इसे समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ा सकेंगे तो प्रदेश एक नई अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री नौका विहार रामगढ़ ताल स्थित महंत दिग्विजय नाथ पार्क में बड़ौदा यूपी बैंक के तत्वावधान में आयोजित वृहद् ऋण वितरण शिविर को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 2024 तक भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन यूएस डालर तक पहुंचाना है। हम उप्र के इकोनॉमी को भी एक ट्रिलियन यूएस डालर पहुंचाकर इस लक्ष्य को पूर्ण करने में एक बड़ी भूमिका का निवर्हन कर सकते हैं।

देश की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद एक सामान्य नागरिक के जीवन में कैसे परिवर्तन लाया जा सकता है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के अंदर अलग-अलग राज्यों में वहां की मांग के अनुरूप उस प्रकार की योजनाओं को क्रियान्वित करवाने के लिए कार्ययोजना तैयार की थी। उसका स्वरूप आज देखने को मिल रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान जिस एक क्षेत्र ने हम सबको एक नया सपोर्ट दिया कृषि के बाद वह क्षेत्र सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम है। इस क्षेत्र में कम पूंजी में रोजगार की गारंटी एवं स्थानीय क्षेत्र पर वृहद स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने का जो बेहतर प्रयास हुआ वह प्रदेश में देखने को मिल रहा है।

प्रति व्यक्ति आय बढ़ी

विगत चार वर्षों में बैंक एवं वित्तीय संस्थाओं से मिलकर 50 लाख एमएसएमई यूनिट को बैंकों से ऋण उपलब्ध कराने एवं उसके माध्यम से प्रदेश के अंदर करोड़ों लोगों को रोजी-रोजगार से जोड़ने का कार्य किया गया। जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में व्यापक परिवर्तन आया। प्रति व्यक्ति आय बढ़ी और बेरोजगारी कम हुई। यही उप्र है जिसको लेकर देश के अंदर एक धारणा थी कि यहां विकास की सोच नहीं है। यहां कोई कार्य करना नहीं चाहता था। बैंक लोन देना नहीं चाहता था। बैंक को लोगों पर भरोसा नहीं था कि जो पूंजी देगा वह पता नहीं सुरक्षित रहेगा या नहीं। चार वर्षों में यह संशय दूर हुआ। बैंक आज जनमानस से जुड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।

उप्र देश में दूसरे अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा

उन्होंने कहा कि जब देश में अर्थव्यवस्था की दृष्टि से उप्र की बात आती थी तो पांचवें-छठें नंबर पर इसकी बारी आती थी। चार वर्षों के प्रयास का नतीजा है कि उप्र देश में दूसरे अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। आज उप्र में प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी है। जिस उप्र में प्रति व्यक्ति आय मात्र 43 हजार थी आज 95 हजार तक पहुंच गई है। एक समय था जब प्रधानमंत्री ने देश में अभियान चलाकर जनधन खाता प्रारंभ किया था। आज सिर्फ उप्र में सात करोड़ जनधन खाताधारक है। गोरखपुर की बात करें तो 55 लाख की आबादी वाले इस जनपद में लगभग साढ़े सत्रह लाख से अधिक जनधन खाता खोले गए हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान पीएम स्वनिधि योजना का लाभ स्ट्रीट वेंडर को उपलब्ध कराया गया। अकेले गोरखपुर में 15898 आवेदनों के सापेक्ष 12872 को स्वीकृति देकर ऋण वितरण की कार्रवाई हो रही है। हम चाहेंगे कि इन सभी स्ट्रीट वेंडर के व्यवस्थित पुर्नवास की व्यवस्था करें बल्कि इनको बैंकों से जोड़कर इन्हें बैंकों से ऋण उपलब्ध कराने के साथ ही इन्हें प्रशिक्षित किया जाए, ताकि इनके पास जो भी पूंजी आए वह उसे बैंकों में डिजीटली ट्रांसफर कर सकें।

उन्होंने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद योजना एमएसएमई की जान है। गोरखपुर में हमने टेराकोटा का चयन किया है। लाभार्थियों को लोन देने के साथ-साथ उन्हें सैद्धांतिक ज्ञान से भी अवगत कराना होगा। यदि हम इन्हें बाजार के साथ जोड़कर प्रशिक्षण करेंगे तो यह पूंजी उसके आर्थिक उन्नयन व स्वावलंबन का आधार बनेगी बल्कि अर्थव्यवस्था को एक नई ऊंचाई प्रदान करने में भी इसकी बड़ी भूमिका होगी। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री शिव प्रताप शुक्ल, राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद, विधायक डा.राधामोहन दास अग्रवाल, विपिन सिंह, महापौर सीताराम जायसवाल, बड़ौदा यूपी बैंक के अध्यक्ष दविंदर पाल ग्रोवर, महाप्रबंधक अजय प्रताप सिंह, ब्रजेश कुमार सिंह तथा शिव सिंह यादव आदि मौजूद रहे।

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