बाप की इस गंदी करतूत से बच्‍चों ने छोड़ा घर, स्‍टेशन पर मिले तो चौंकाने वाला किया खुलासा

सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने अपने सहयोगी मनोज मणि के माध्यम से बच्चों के गांव संपर्क किया तो पता चला कि पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है। गांव के लोग बच्चों की मां के पास पहुंचे और बताया तो वह भी दहाड़े मारकर रोने लगी। इस दौरान परिवहन निगम के अधिकारियों ने भूखे बच्चों को नाश्ता और भोजन कराया। साथ ही चाइल्ड लाइन को भी सूचना देकर बुला लिया।

By Prem Naranyan Dwivedi Edited By: Vivek Shukla Publish:Tue, 16 Apr 2024 08:27 AM (IST) Updated:Tue, 16 Apr 2024 08:27 AM (IST)
बाप की इस गंदी करतूत से बच्‍चों ने छोड़ा घर, स्‍टेशन पर मिले तो चौंकाने वाला किया खुलासा
बाप की गलत हरकतों की वजह से बच्‍चों ने घर छोड़ दिया।

HighLights

  • एआरएम और एसएम ने बैतालपुर से मां को गोरखपुर बुलाया
  • एक-दूसरे को देख खिल उठे मां और बच्चों के चेहरे

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) महेश चन्द्र और सेवा प्रबंधक (एसएम) मुकेश कुमार को सोमवार को शाम 05:00 बजे आसपास बस स्टेशन परिसर में निरीक्षण के दौरान घर से बिछड़े दो बच्चे मिले। एक बच्चा 12 साल का और दूसरा करीब तीन साल का था।

अधिकारियों ने जब उनसे पूछ कहां, जाना है। मम्मी-पापा कहां हैं, यह सुनते ही दोनों रोने लगे। बड़ा वाला बच्चा रोते हुए बताया कि उसका घर बैतालपुर है। उनका बाप शराब पीता है। मां के साथ हमेशा मारपीट करता है। मां को भी मारकर निकाल दिया है। यह कहकर दोनों फिर रोने लगे।

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सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने अपने सहयोगी मनोज मणि के माध्यम से बच्चों के गांव संपर्क किया तो पता चला कि पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है। बगांव के लोग बच्चों की मां के पास पहुंचे और बताया तो वह भी दहाड़े मारकर रोने लगी।

इस दौरान परिवहन निगम के अधिकारियों ने भूखे बच्चों को नाश्ता और भोजन कराया। साथ ही चाइल्ड लाइन को भी सूचना देकर बुला लिया। शाम सात बजे के आसपास मां भी गोरखपुर बस स्टेशन पहुंच गई।

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सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के कार्यालय में जैसे ही बच्चों ने अपनी मां को देखा दौड़कर उससे लिपट गए। मां और बच्चे रोने लगे। एक-दूसरे को देख मां और बच्चों के चेहरे खिल उठे।

परिवहन निगम (रोडवेज) को धन्यवाद देते हुए मां बच्चों को लेकर वापस अपने गांव चली गई। यह घटनाकर देर रात तक बस स्टेशन परिसर में चर्चा का विषय बना रहा।

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