फोन रिकार्डिंग में दर्ज है रिश्‍वत का काला सच, जांच से कतरा रहा है विभाग Gorakhpur News

जीडीए में महिला कर्मचारी के घूस लेते पकड़े जाने के बाद भ्रष्टाचार का मामला चर्चा में है। फोन रिकार्डिंग मिलने के बाद भी जीडीए इसकी जांच नहीं करवा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 12 Sep 2019 08:37 AM (IST) Updated:Thu, 12 Sep 2019 01:47 PM (IST)
फोन रिकार्डिंग में दर्ज है रिश्‍वत का काला सच, जांच से कतरा रहा है विभाग Gorakhpur News
फोन रिकार्डिंग में दर्ज है रिश्‍वत का काला सच, जांच से कतरा रहा है विभाग Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। जीडीए में मानचित्र विभाग की महिला कर्मचारी के घूस लेते पकड़े जाने के बाद भ्रष्टाचार का मामला चर्चा में है। महिला की शिकायत करने वाले आवेदक ने जीडीए के उपाध्यक्ष से मिलकर कुछ और लोगों के नाम दिए हैं और उनकी भ्रष्टाचार में संलिप्तता भी बताई है, लेकिन करीब एक सप्ताह बाद भी जीडीए इस शिकायत पत्र के आधार पर जांच को लेकर संशय में है। जांच होगी या नहीं, इस बात का कोई निर्णय नहीं हो सका है।

एंटी करप्‍शन की टीम ने किया था गिरफ्तार

जीडीए घूसकांड के बाद आवेदक शैलेष चंद्र श्रीवास्तव ने जीडीए उपाध्यक्ष अन्नावि दिनेश कुमार को पत्र लिखकर आरोपित दीपा के साथ हुई फोन की रिकार्डिंग सुनाई थी। उसी के आधार पर लिखित शिकायत भी की कि जीडीए के कई लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। शिकायत के अनुसार एक जेई आमतौर पर कार्यालय में नहीं आते और उनकी जगह एक प्राइवेट आदमी काम करता था। वह स्वयं लखनऊ में रहकर कारोबार करते हैं।

टेप में आए हैं कई अभियंताओं और कर्मचारियों के नाम

दीपा से बातचीत के आधार पर उन्होंने दो और अवर अभियंताओं के नाम बताए हैं, जो 50 हजार से 75 हजार रुपये मानचित्र पास कराने के लिए मांगते हैं। एक कर्मचारी के बारे में भी जिक्र है, जिसे दीपा की अनुपस्थिति में पैसा देने को कहा गया था। उन्होंने इन सभी मामलों की जांच कराने की मांग की थी। इस संबंध में जीडीए सचिव रामसिंह गौतम का कहना है कि जांच के विषय में कोई जानकारी नहीं है।  

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