सीएम की सख्ती के बाद आधा शहर को डूबने से बचाने की कवायद शुरू, असुरन नाला का बदलेगा आकार
बरसात के समय मेडिकल कालेज रोड के आसपास की कालोनियों में लंबे समय तक पानी भरा था। समय-समय पर हुए निरीक्षणों में यह बात सामने आयी कि मेडिकल रोड पर बनाए गए नाले से जल निकासी निर्बाध रूप से नहीं हो पा रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मेडिकल रोड की दर्जन भर से अधिक कालोनियों और शहर की बड़ी आबादी को बरसात में डूबने से बचाने के लिए अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। असुरन से मेडिकल रोड नाला से जलनिकासी निर्बाध रूप से हो सके, इसके लिए उसके आकार में बदलाव किया जाएगा। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में असुरन नाला को लेकर हुई बैठक में कंसलटेंट के सुझाव के बाद रिमाडलिंग को मंजूरी दे दी गई है। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, जल निगम एवं कंसलटेंट मिलकर रिमाडलिंग का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) एक सप्ताह में तैयार करेंगे। इसके साथ ही नाले के डिजाइन में भी परिवर्तन किया जा सकता है। इस बरसात में इस क्षेत्र की कई कालोनियां पानी में डूब गई थीं, निरीक्षण करने गए सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसपर नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद अधिकारी सक्रिय हुए हैं।
बन रहे नाले के डिजायन पर उठे थे सवाल
इस बार बरसात के समय मेडिकल कालेज रोड के आसपास की कालोनियों में लंबे समय तक पानी भरा था। समय-समय पर हुए निरीक्षणों में यह बात सामने आयी कि मेडिकल रोड पर बनाए गए नाले से जल निकासी निर्बाध रूप से नहीं हो पा रही है। नाला को बेहतर तरीके से नहीं बनाया गया है। मोहल्ले से आने वाली नालियों से जलनिकासी नाले में नहीं हो पा रही है। इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए कंसलटेंट नियुक्त किया गया था। हैदराबाद की कंपनी ने इसको लेकर कार्ययोजना तैयार की है। इस नाले के निर्माण के समय नगर विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने सवाल उठाया था। स्थानीय निवासियों और विधायक का कहना था कि नाले के डिजाइन में खामी के चलते जलभराव हो रहा है।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में दी गई रिमाडलिंग व रिडिजाइनिंग को मंजूरी
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में कंसलटेंट के साथ ही जीडीए, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, जल निगम के अधिकारियों एवं स्थानीय पार्षदों के साथ चर्चा की गई। चर्चा के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि मोहल्ले से आने वाली नालियों को ठीक किया जाए। नाले की रिमाडलिंग की जाए। जहां जरूरत पड़े उसे तोड़कर नई डिजाइन के अनुसार बनाया जाए। इसके साथ ही गोड़धोइया नाला के विस्तारीकरण पर भी महर लगी। डीपीआर तैयार होने के बाद असुरन नाला का निर्माण भी जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। बैठक में कंसलटेंट की ओर से कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। पार्षदों ने भी बैठक में अपनी बात रखी।
असुरन नाला की रिमाडलिंग को मंजूरी दे दी गई है। एक सप्ताह के भीतर इसका डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। जल निकासी के लिए जहां भी जरूरत होगी, नाले के आकार में परिवर्तन किया जाएगा। - विजय किरन आनंद, जिलाधिकारी।
गंदगी देख नगर विधायक ने जताई नाराजगी
नगर विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल ने गुरुवार को मोहरीपुर वार्ड के पासी एवं चौहान टोला के निरीक्षण के दौरान गंदगी एवं जलजमाव देख नाराजगी जताई। उन्होंने नगर आयुक्त अविनाश सिंह से इसकी शिकायत की। नगर आयुक्त ने लापरवाही बरतने वाले सफाई सुपरवाइजर पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। नगर आयुक्त अपने विधायक निधि से स्वीकृत सीसी रोड का शिलान्यास करने पहुंचे थे। गंदगी देख नाराज नगर विधायक ने नगर आयुक्त से सफाई निरीक्षक रामप्रताप एवं सुपरवाइजर पर कार्रवाई करने को कहा। नगर विधायक के फोन के बाद नगर आयुक्त ने वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एके रस्तोगी एवं अपर नगर आयुक्त आरबी सिंह को मौके पर भेजा। दोनों अधिकारियों ने भी मौके पर गंदगी पायी। नगर आयुक्त ने बताया कि वहां साफ-सफाई कराई जाएगी। सुपरवाइजर की कार्यशैली में शिथिलता पायी गई है। उनपर कार्रवाई की जाएगी।