Unlock 1.0: 70 दिन बाद गोरखपुर से आज रवाना होंगी यह प्रमुख ट्रेनें Gorakhpur News
70 दिन बाद सोमवार को गोरखपुर से विभिन्न शहरों के लिए कई प्रमुख ट्रेनें रवाना हुईं।
गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वपूर्ण ट्रेन गोरखधाम और एलटीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस 70 दिन बाद सोमवार को गोरखपुर से स्पेशल ट्रेन के रूप में रवाना होंगी। रेलवे ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। स्पेशल ट्रेनें पूर्व निर्धारित समयसारिणी के अनुसार प्लेटफार्म नंबर दो से रवाना होंगी। यात्रियों का प्रवेश गेट नंबर एक व दो से होगा। निकासी गेट नंबर चार व पांच से होगी।
ट्रेन छूटने से डेढ़ घंटे पहले यात्रियों को स्टेशन पहुंचना होगा। गेट पर ही जांच के बाद कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश दिया जाएगा। थर्मल स्कैनिंग व फेस मास्क अनिवार्य होगा। गोरखपुर के रास्ते बिहार से चलने वाली स्पेशल ट्रेनें प्लेटफार्म नंबर 3, 4 व 5 से रवाना होंगी।
गोरखपुर से बनकर चलने वाली ट्रेनें
02555 गोरखपुर- हिसार एक जून से गोरखपुर से तथा 02556 हिसार-गोरखपुर 02 जून से हिसार से चलेगी।
02541 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टॢमनस एक्सप्रेस एक जून से गोरखपुर से और 02542 लोकमान्य तिलक टॢमनस-गोरखपुर एक्सप्रेस तीन जून से लोकमान्य तिलक से चलेगी।
01015 लोकमान्य तिलक टॢमनस-गोरखपुर एक्सप्रेस एक जून से लोकमान्य तिलक से और 01016 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टॢमनस एक्सप्रेस तीन जून से गोरखपुर से चलेगी।
09037 बांद्रा टॢमनस-गोरखपुर एक्सप्रेस दो जून से बांद्रा टॢमनस से और 09038 गोरखपुर-बांद्रा टॢमनस एक्सप्रेस पांच जून से गोरखपुर से चलेगी।
09089 अहमदाबाद- गोरखपुर एक्सप्रेस एक जून से अहमदाबाद से प्रतिदिन व 09090 गोरखपुर- अहमदाबाद एक्सप्रेस तीन जून से गोरखपुर से प्रतिदिन चलेगी।
बिहार से चलने वाली ट्रेनें
वैशाली एक्सप्रेस, सप्तक्रांति, बिहार संपर्क क्रांति, शहीद, सत्याग्रह और अवध एक्सप्रेस।
स्टेशन निदेशक राजन कुमार को सीआरबी ने किया सम्मानित
गोरखपुर जंक्शन पर रिकार्ड श्रमिक ट्रेनों से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों को उतारकर सुरक्षित घर भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्टेशन निदेशक राजन कुमार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन (सीआरबी) विनोद कुमार यादव ने प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया है। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भी पुरस्कृत किया है। हालांकि 33 साल सेवा देने के बाद 31 मई को वह सेवानिवृत हो गए। सेवाकाल के अंतिम दिनों में भी वे स्टेशन पर 24 घंटे सेवाएं देते रहे। राजन ने ट्रेनों को समय से चलाने व गोरखपुर जंक्शन को विश्व स्तर का बनाने में भी अहम भूमिका निभाई है। स्टेशन यार्ड का री मॉडलिंग हो या विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म, उनके ही निर्देशन में पूरा हुआ है।
पांच श्रमिक ट्रेनों से उतरे 4355 प्रवासी
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से प्रवासियों के आने का क्रम जारी है। रविवार को भी 5 श्रमिक ट्रेनों से 4355 प्रवासी गोरखपुर जंक्शन पर उतरे। सोमवार को भी 5 ट्रेनों के आने की सूचना है। वसई रोड, बोरीवली, थाणे, उडुपी व बेलगांवी से एक-एक ट्रेन गोरखपुर पहुंचेगी।