Coronavirus lockdown update : प्रशासन ने दी हिदायत, फीस के लिए अभिभावकों पर दबाव न बनाएं विद्यालय Gorakhpur News
गोरखपुर के डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन ने समस्त विद्यालयों को निर्देशित किया है कि फीस जमा नहीं करने पर किसी भी छात्र का नाम न काटा जाए।
गोरखपुर, जेएनएन। जनपद के समस्त विद्यालयों को डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन ने निर्देशित किया है कि फीस जमा नहीं करने पर किसी भी छात्र का नाम न काटा जाए। फीस के लिए न तो अभिभावकों पर दबाव बनाएं और न ही ऑनलाइन पढ़ाई व अन्य सुविधाओं से ही उन्हें वंचित रखा जाए।
डीएम ने स्पष्ट किया है कि लॉकडाउन के कारण अभिभावकों द्वारा अप्रैल से जून 2020 माह के फीस की अवधि बढ़ाने की मांग की जा रही है। उनकी समस्या देखते हुए उप्र आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के अध्याय-9 की धारा-23 (4) तहत आदेशित किया जाता है कि विद्यालय फीस के लिए दबाव न बनाएं बल्कि अप्रैल से जून 2020 की फीस सत्र के आगामी माह के फीस के साथ समायोजित कर जमा कराने का चार्ट तैयार कर अभिभावकों को अवगत करा दें।
इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने कहा कि डीएम के निर्देश से विद्यालयों को अवगत करा दिया गया है। निर्देश का पालन नहीं करने वाले विद्यालयों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सब्जी, सिलेंडर व राशन को लेकर सक्रिय रहा विभाग
लॉकडाउन के दौरान किसी को घरों से बाहर न निकलना पड़े, इसे लेकर जिला पूर्ति विभाग पूरी तरह से सक्रिय है। सब्जी, सिलेंडर व राशन की समुचित व्यवस्था कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों को सब्जियों की कोई कमी न होने पाए, इसे लेकर 1303 वाहन लगाए गए। महेवा सब्जी मंडी से सुबह विभिन्न क्षेत्रों में वितरण के लिए 3864 क्विंटल सब्जी ले जाई गई।
बीते 24 मार्च से निरंतर घर-घर ठेले व ई रिक्शे के जरिये सब्जियां पहुंचाईं जा रही हैं। ऐसे ही लोगों को रसोई गैस की कोई कमी न होने पाएं इसे लेकर रविवार को 23895 सिंलेडरों की आपूर्ति की गई। इसके अलावा पांचवें दिन कुल 30 हजार राशन कार्डधारकों को मुफ्त राशन दिया गया। जिला पूर्ति अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने कहा कि पांचवें दिन तक 1.92 लाख राशन कार्डधारकों को मुफ्त राशन वितरित किया जा चुका है। बता दें कि लॉकडाउन के कारण एक अपै्रल से अति गरीब, मनरेगा जॉब कार्डधारी, श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक को मुफ्त राशन दिया जा रहा है।
निजी अस्पतालों के लिए भी जारी होंगे ई-पास
शासन के निर्देश पर लॉकडाउन के दौरान निजी चिकित्सालयों को खोलने के लिए न्यूनतम स्टाफ के साथ जिला प्रशासन सशर्त अनुमति देगा। निजी चिकित्सालय खोलने के घंटे भी निर्धारित किए जाएंगे। निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकों द्वारा होम विजिट कर मरीजों को देखा जाएगा। चिकित्सक मरीजों को टेलीफोन से भी परामर्श दे सकेंगे। समान्य मरीजों के लिए ओपीडी नहीं होगी लेकिन इमरजेंसी केस देखे जाएंगे। शासन ने निजी चिकित्सकों व चिकित्सालयों के फोन नंबर भी आम जनता के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
पुलिसकर्मियों को मिला निर्देश, कैसे करें ड्यूटी
पुलिसकर्मी लॉकडाउन का पालन कराने के साथ ही जरूरतमंदों की मदद कैसे करें और खुद को कैसे बचाएं, इस संबंध में डीजीपी ने निर्देश जारी किया है। एसएसपी ने सभी सीओ व थानेदार को इसकी जानकारी देते हुए सख्ती से पालन करने को कहा है। डीजीपी एचसी अवस्थी ने प्रदेश के सभी पुलिस कप्तान को पत्र भेज कहा कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारी व पुलिसकर्मी कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सावधानी नहीं बरत रहे हैं। कई जगह बिना मास्क और ग्लब्स के समूह में एकत्र होकर ड्यूटी करते दिख रहे हैं, जो ठीक नहीं है। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क और ग्लब्स पहने। अपना चेहरा, नाक और कान न छुएं। ड्यूटी के दौरान एक-दूसरे से एक मीटर दूर रहें। भोजन व राशन वितरण के समय सावधानी बरतें और थोड़े-थोड़े समय पर हाथ धोते रहें। ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाकर कपड़े धुल लें और स्नान भी करें। इसके अलावा पुलिस बल की दो टीम बनाएं। एक जो कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को एंबुलेंस में बैठाकर अस्पताल पहुंचाएगी और दूसरी टीम कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करेंगी। एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि मुख्यालय से मिले निर्देश का अनुपालन हो रहा है। सभी थाना व चौकी प्रभारी को बता दिया गया है।