Coronaviras : यूक्रेन में फंसे पूर्वांचल के पचास MBBS छात्र, PMO को Twitte कर मांगी मदद
कोरोना वायरस के कारण पूर्वांचल के पचास मेडिकल छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं..
गोरखपुर ,जेएनएन। पूर्वांचल के 50 एमबीबीएस छात्र यूक्रेन के ओडिसा शहर में फंस गए हैं। यह सभी छात्र वहाँ पढ़ाई कर रहे हैं। मेडिकल कालेज के एक हास्टल में पखवारे भर से कैद हैं। इन छात्रों ने भारतीय दूतावास से वतन वापसी की गुहार लगाई लेकिन मदद नहीं मिली। निराश भारतीय छात्रों के पास प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्री के टि्वटर ब्रांड्सिल पर भारत वापसी के लिए गुहार लगाई है
बस्ती शहर के पिकौरा शिवगुलाम निवासी अवधेश मिश्र की बिटिया कल्यान मिश्रा यूक्रेन के ओडिसा शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। इस समय यूक्रेन कोरोना की चपेट में है। बचने के लिए बस्ती सहित पूर्वांचल के यह छात्र भारत आना चाहते हैं। 12 मार्च से लगातार आने के लिए भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं बस्ती की एक अन्य मेडिकल छात्रा कलानी ने मैसेंजर से वीडियो कालिंग कर दैनिक जागरण को अपनी पीड़ा और मजबूरी बताई। कहा कि कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ते ही 12 मार्च को कालाज बंद हो गया। केवल से बस्ती, गोरखपुर और गोंडा जनपद के लगभग 50 छात्र हास्टल में फंसे हुए हैं। इजरायल सहित अन्य देशों के छात्र अपनी सरकार की मदद से वतन लौट चुके हैं। केवल भारतीय छात्रों का सुरक्षित देश छोड़ने का इंतजाम नहीं हो गया है।
कलानी के अनुसार यूक्रेन का यह शहर रेड जोन में आने वाला है। कोरोना के 41 मरीज मिल चुके हैं। हास्टल में रह रहे इन छात्रों के लिए जांच और इलाज की भी कोई सुविधा नहीं है। भारतीय दूतावास ने इन छात्रों को 3 अप्रैल तक किसी भी तरह की मदद पहुंचाने से इनकार कर दिया है। कल्याणी ने बताया कि उसके साथ बस्ती की छात्रा प्रज्ञा मिश्रा, गोरखपुर की अलका रानी, अनुज शर्मा, आलोक, फिरोज, सतीश पांडेय, आकाश गुप्त, मुस्कान सिंह सहित तमाम अन्य एमबीबीएस के छात्र हलाल में फंसे हुए हैं। कल्याणी ने बस्ती के जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन से भी सोशल मीडिया के जरिये सुरक्षित भारत बुलाने की गुहारई।]
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोगी की जांच की
उधर, संत कबीरनगर के मेंहदावल तहसील क्षेत्र के नंदौर में शनिवार को दूसरे देश से आया एक युवक के स्वास्थ्य की जांच हुई, जिसमें वह सामान्य पाया गया। रिपोर्ट आने के बाद आस-पास के लोगों ने राहत की सांस ली। नंदौर कस्बे का एक युवक काठमांडू से आया था। ग्रामीणों ने युवक के आने की सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दी। जिस पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों से अपील की कि अगर कोई को कोई समस्या हो तो तत्काल प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग को सूचना दें। घबराने की जरूरत नहीं है। हर सर्दी, जुकाम, खांसी कोरोना नहीं है। मौसम के बदलाव से भी ऐसी समस्या होती है, इसलिए डरने की जरूरत नहीं है।